“गाँधी जीवन के 150 वर्ष”

डॉ. डी. वाई. पाटिल विद्यालय में हुआ अंतरविद्यालयी समूह नृत्य-प्रतियोगिता का आयोजन

दिनांक 24.08.19, दिन शनिवार को डॉ. डी. वाई. पाटिल पुष्पलता पाटिल इंटरनेशनल स्कूल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्म की 150वीं वर्षगाँठ के शुभ अवसर पर पाटलिपुत्रा सहोदय स्कूल कॉम्प्लेक्स के तत्वावधान में गाँधीजी के जीवन से संबंधित अंतरविद्यालयी समूह नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में बिहार के कई प्रतिष्ठित विद्यालयों जैसे सेंट मेरी एकेडमी, ट्रिनिटी ग्लोबल स्कूल, एस. वी. एम. रेसीडेंशियल पब्लिक स्कूल, मे फ्लावर स्कूल, माउंट लिट्रा जी स्कूल, मुजफ्फरपुर, माउंट लिट्रा ज़ी स्कूल, पटना दून पब्लिक स्कूल, एस. डी. वी. पब्लिक स्कूल, बाल्डविन सोफिया स्कूल, सेंट डोमिनिक सेवियोस् हाई स्कूल, ज्ञानोदय गुरुकुल, साउथ प्वाइंट पब्लिक स्कूल, शेमफोर्ड फ्यूचरिस्टिक स्कूल, माउंट लिट्रा जी स्कूल, बिहटा, श्री राम सेंटेनियल स्कूल, इंटरनेशनल स्कूल, सनफ्लावर स्कूल बेगूसराय, डॉ. डी. वाई पाटिल स्कूल, ओपन माइंड बिरला स्कूल तथा स्कॉलर अबोड स्कूल आदि ने हिस्सा लिया।

पद्मश्री सुधा वर्गीज़, (सी.इ.ओ.) नारी गुंजन एवं प्रेरणा स्कूल्स, कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रहीं। विद्यालय ऐसी मुख्य अतिथि को पाकर गौरवान्वित हो गया क्योंकि उन्होंने अपना पूरा जीवन बिहार की दलित एवं अनुसूचित जातियों की लड़कियों को शिक्षित कर उनके जीवन को विकसित बनाने में लगा दिया। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को भी विकास की धारा से जोड़ने का कठिन काम किया। इसके लिए बिहार शिक्षा दिवस पर मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने दलित समाज सेविका पद्मश्री सुधा वर्गीज को शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए मौलाना अबुल कलाम आजाद पुरस्कार से भी सम्मानित किया, जो दलितों के विकास के लिए अपना जीवन समर्पित कर चुकी हैं। वे अपने सामाजिक उत्थान के कार्यों हेतु भारत सरकार द्वारा पद्मश्री पुरस्कार से भी सम्मानित हो चुकी हैं।

प्रोफेसर रामायण प्रसाद यादव, महासचिव, एसोसिएशन ऑफ इंडिपेंडेंट स्कूल्स तथा संस्थापक निदेशक विद्या निकेतन ग्रुप ऑफ स्कूल्स, डॉ.राजीव रंजन सिन्हा, प्रेसिडेंट ,पाटलिपुत्र सहोदय स्कूल काम्प्लेक्स एवं प्रिंसिपल, बाल्डविन अकैडमी,डॉ. हिमांशु पाण्डेय, प्राचार्य,ज्ञानोदय गुरुकुल स्कूल, फादर ऑस्कर, डॉ. बी. प्रियम, फ्रांसिस जेवियर सहित प्रतिभागी विद्यालयों के प्राचार्य, तथा श्री स्वयम प्रकाश,ज़ी मीडिया बिहार एवं झारखण्ड के स्टेट हेड सम्मानित अतिथि रहे। सुप्रसिद्ध गायक इंद्रजीत गांगुली, सुप्रसिद्ध कत्थक नृत्यांगना बर्नाली गांगुली तथा संगीता मिश्रा निर्णायक मंडली के रूप में उपस्थित रहीं।

कार्यक्रम का उद्घाटन श्री जयराम शर्मा, प्रेसिडेंट, एसोसिएशन ऑफ इंडिपेंडेंट स्कूल एवं संस्थापक निदेशक मे फ्लावर स्कूल, ने किया। अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ देकर किया गया। सभी गणमान्य अतिथियों, विद्यालय के अध्यक्ष श्री प्रेमरंजन सिंह, उपाध्याक्ष अमरेन्द्र मोहन सिंह, निदेशक डॉ. सी. बी. सिंह तथा प्राचार्या श्रीमती राधिका के. ने दीप प्रज्वलित कर संयुक्त रूप से कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

बच्चों द्वारा अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति इस अवसर पर की गई। विद्यालय के बच्चों ने गांधीजी के भजन ‘रघुपति राघव राजा राम………’ द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ किया। स्वागत- नृत्य की प्रस्तुति भी बच्चों द्वारा की गई। कार्यक्रम को गांधीजी के जीवन की ओर मोड़ते हुए उनके द्वारा किए गए नमक – आंदोलन पर एक लघु – नाटिका का प्रस्तुतीकरण किया गया। विद्यालय के बच्चों ने सन 1931 से लेकर गांधीजी के देहावसान तक की सारी मुख्य घटनाओं को एक झाँकी के रूप में प्रस्तुत करने का प्रशंसनीय प्रयास किया।

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निदेशक महोदय ने सी. बी. एस. ई. एवं पाटलिपुत्र सहोदय द्वारा 1 साल तक गांधी जी की 150वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में कार्यक्रमों के संचालन का उद्देश्य स्पष्ट करते हुए कहा कि इससे लोग गांधी जी के जीवन से प्रभावित हो उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारने के लिए प्रेरित होंगे। उनके आदर्श आज के युवाओं के लिए भी समान रूप से प्रासंगिक हैं। केवल देश ही नहीं विदेशों में भी इस क्रम में कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, जिससे सारे देश मानवता के संदेश को प्राप्त कर सकें। उन्होंने बच्चों से उनके आदर्शों सत्य, अहिंसा, प्रेम को अपने जीवन में अपनाने की अपील की तथा सभी प्रतिभागियों को प्रतियोगिता में जीत के लिए आशीर्वाद दिया।

इसके पश्चात गांधीजी के जीवन पर आधारित समूह नृत्य प्रतियोगिता का प्रारंभ हुआ। यह प्रतियोगिता कक्षा पाँचवी से आठवीं तक के बच्चों के लिए आयोजित की गई थी। सभी विद्यालयों के बच्चों की प्रस्तुति प्रशंसनीय रही। रंग-बिरंगे परिधानों में प्रस्तुति देते बच्चे सभी का मन मोह रहे थे। प्रतियोगिता की समाप्ति के बाद निर्णायक मंडली के सदस्यों ने कहा कि प्रतियोगिता उच्चस्तरीय थी। फैसला कठिन था लेकिन लय – ताल, अभिव्यक्ति, तुल्य कारन, साज-पोशाक तथा अंतत: समग्र प्रदर्शन को आधार बनाकर निम्न विद्यालयों को विजेता घोषित किया गया :

• पहला पुरस्कार- एस. डी. वी. पब्लिक स्कूल
• दूसरा पुरस्कार – एस. वी. एम. रेसीडेंशियल पब्लिक स्कूल
• तीसरा पुरस्कार – डॉ. डी. वाई पाटिल स्कूल, पटना को मिला।

सांत्वना पुरस्कार पाने वाले विद्यालयों के नाम निम्नवत हैं:-
स्कॉलर अबोड स्कूल , बाल्डविन अकैडमी ,माउंट लिट्रा जी स्कूल, मुजफ्फरपुर, ओपन माइंड बिरला स्कूल, कंकडबाग I
प्राचार्य श्रीमती राधिका के. ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए बच्चों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की तथा उन्हें गांधी जी के सिद्धांतों को याद दिलाते हुए कहा कि यदि मनुष्य यदि उन्हें अपना ले तो उसे एक आदर्श व्यक्तित्व प्राप्त हो सकता है। वह गांधीजी की तरह ही महान और अमर बन सकता है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने अनुशासन और संयम में रहकर जीवन बिताया, उन्होंने अनुशासन को सफल जीवन का आधार बताया। जो विद्यार्थी अनुशासन – पूर्ण जीवन का निर्वाह करता है, वह अवश्य ही सफल होता है तथा लोगों की प्रेरणा का पात्र बनता है। उन्होंने मुख्य अतिथि पद्मश्री सुधा वर्गीज को गांधीजी के आदर्शों का जीता – जागता उदाहरण बताया। उन्होंने बच्चों को उनके जीवन से सेवा एवं समानता का भाव ग्रहण करने एवं कठिन परिस्थितियों में भी लक्ष्य पर अडिग रहने की प्रेरणा लेने के लिए कहा। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।

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