केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई ‘वन नेशन वन राशन कार्ड’ योजना के अंतर्गत हितग्राहियों को अच्छा लाभ मिल रहा है। यह योजना लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है। ‘वन नेशन वन राशन कार्ड’ योजना के अंतर्गत हितग्राही देश की किसी भी शासकीय उचित मूल्य दुकानों से राशन कार्ड के माध्यम से राशन ले सकते हैं। इस योजना का लाभ सबसे अधिक उन लोगों को मिल रहा है जो अपने काम की वजह से दूसरे शहर या दूसरे राज्यों में जाकर काम कर रहे हैं।
वन नेशन वन राशन कैसे करेगा काम ?
काम के सिलसिले में दूसरी जगह जाना तो आम बात है लेकिन अगर मिल रही मूलभूत सुविधाएं दूसरी जगहों पर भी मिलने लगे तो एक कामगार के लिए इससे अच्छा भला क्या होगा। केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई वन नेशन-वन राशन कार्ड योजना ऐसे ही लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है जिन्हें रोजगार और काम के कारण अपना घर-बार छोड़कर दूसरी जगहों पर जाना पड़ा है। सरकार की इस व्यवस्था में अब लोगों को दूसरी जगह का राशन कार्ड होने के बावजूद वन नेशन वन राशन कार्ड योजना के तहत राशन मिल रहा है।
कैसे मिलेगा राशन ?
लाभार्थी जैसे अपने राज्य में राशन कार्ड के जरिए राशन लेते थे ठीक उसकी प्रकार अन्य राज्य में शासकीय उचित मूल्य दुकानों पर अपना राशन कार्ड नंबर डालकर राशन प्राप्त कर सकता है। दुकानों पर राशन कार्ड का नंबर डलवाने के पश्चात् उसका ऑथेंटिकेशन आधार कार्ड से होता है। उसके बाद लाभार्थी को राशन दे दिया जाता है।
देश के हर कोने में मिलेगा एक देश एक राशन कार्ड का लाभ
वन नेशन-वन राशन कार्ड के हितग्राही के राशन कार्ड समग्र आईडी आधार और मोबाइल लिंक के आधार पर इस योजना से जुड़ गए हैं और अब वह देश के किसी भी कोने में रहते हुए इस योजना के माध्यम से अनाज ले सकते हैं।
दूसरे राज्यों या शहरों में पलायन करने वालों के लिए वरदान
जो लोग अपने काम के चलते दूसरे राज्यों या शहरों में पलायन कर जाते थे पहले के समय में उनको राशन जुटाना बहुत कठिन हो जाता था लेकिन अब वन नेशन वन राशन कार्ड के तहत हितग्राही चाहे देश के किसी भी कोने में क्यों न रहे, हमारी शासकीय उचित मूल्य दुकानों के माध्यम से उन्हें आसानी से राशन प्राप्त हो जाएगा।
इस बात का रखना होगा ध्यान
अपना अपने घर या राज्य से बाहर हैं तो राशन प्राप्त करने के लिए सबसे जरूरी है कि आप साथ में अपना राशन कार्ड ले जाएं, इसके जरिए जितनी पात्रता आपकी बनेगी, आप उतना राशन कहीं से भी ले सकते हैं।
किए जा चुके 77 करोड़ से अधिक पोर्टेबल लेनदेन
याद हो, कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण पैदा हुई चुनौतियों से निपटने के लिए केंद्र सरकार ”वन नेशन वन राशन कार्ड योजना” लेकर आई थी जिसे अगस्त 2019 में शुरू किया गया था। यह भी जानने योग्य जानकारी है कि एक राष्ट्र एक राशन कार्ड योजना (ओएनओआरसी) के तहत 77 करोड़ से अधिक पोर्टेबल लेनदेन किए जा चुके हैं। इससे करीब 80 करोड़ लाभार्थियों ने ओएनओआरसी का लाभ उठाया जिसमें प्रति माह लगभग 3 करोड़ पोर्टेबिलिटी लेनदेन दर्ज किए गए हैं।
देशभर के सभी 36 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में लागू
9 अगस्त, 2019 को इस योजना की शुरुआत के बाद से बहुत ही कम समय में इसे देशभर के सभी 36 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में लागू किया जा चुका है। असम, वन नेशन वन राशन कार्ड योजना में शामिल होने वाला अंतिम राज्य है। यह जून 2022 में इस प्रणाली से जुड़ा था और इस तरह से योजना को अखिल भारतीय स्तर पर लागू किया जा चुका है। खाद्य सुरक्षा अब पूरे देश में पोर्टेबल है। यह योजना देश में अपनी तरह की एक विशेष नागरिक केंद्रित पहल है।
वन नेशन वन राशन कार्ड योजना के तहत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा एक्ट 2013 का फायदा दिया जाता है। इस योजना के लाभार्थी देश की किसी भी जगह शासकीय उचित मूल्य की दुकानों से राशन कार्ड के जरिए राशन ले सकते हैं।
एक देश एक राशन कार्ड योजना का उद्देश्य
– देश में फर्जी राशन कार्ड को रोकने में मदद मिले और देश में चल रहे भ्रष्टाचार को रोका जा सके
– इस एक राष्ट्र एक राशन कार्ड स्कीम का फायदा प्रवासी मजदूरों को अधिक हो, इन लोगो को पूरी खाद्य सुरक्षा मिले
– इस योजना के लागू होने के बाद यदि कोई व्यक्ति एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाता है तो उसे राशन लेने में कोई परेशानी नहीं होगी
– केंद्र सरकार इस योजना को समय रहते ही पूरे देश के विभिन्न राज्यों में आरम्भ करना चाहती है जिससे अधिक से अधिक लोग इस योजना का लाभ उठा सके