मध्य विद्यालय सिपारा वार्षिक उत्सव एवं विदाई समारोह का आयोजन

पटना, 17 अप्रैल मध्य विद्यालय सिपारा में वार्षिक उत्सव सह कक्षा आठ के छात्रों का विदाई समारोह का आयोजन किया गया। राजधानी पटना के मध्य विद्यालय सिपारा में वार्षिक उत्सव एवं कक्षा आठ के छात्रों का विदाई समारोह धूमधाम से मनाया गया। इस कार्यक्रम का कुशल संचालन राजकीय-राष्ट्रीय सम्मान से अंलकृत शिक्षिका डा. नम्रता आनंद के निर्देशन में किया गया । इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि मिसेज इंडिया कॉन्टिनेंट श्वेता झा, मिस पटना दिव्यांशी मौजूद थी वहीं विशिष्ठ अतिथि के तौर पर दीदीजी फाउंडेशन के संरक्षक प्रेम कुमार, समाजसेवी चेतन थिरानी और सुमित गोस्वमी मौजूद रहे।कार्यकम की शुरूआत आंगतुक अतथियों ने दीप प्रज्जवित कर की गयी। अतिथियों का स्वागत फूल-बुके और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।इस अवसर पर छात्रों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर अतिथियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रस्तुति देने वाले छात्रों में प्रस्तुति देने वाले कलाकारों में पवन, गौरी, सूरज, प्राची प्रदर्शनी, बिट्टू, आर्यन, राजा, दीपक, खुशी, अमित, जिया, रिया, दीपक, देवी, श्वाति, राखी, सृष्ठि, प्रीति, प्रियंका, रिमझिम, रिया, नेहा, राजनंदिनी, मुस्कान, अंजली, संध्या, रानी, प्रिया, पूजा किनजल, देवी, लक्ष्मी, प्रियंका, गौरी, सृष्टि, राजा, रीता, शिल्पी, पवन और बिट्टू शामिल हैं। कार्यक्रम का मंच संचालन राजनंदिनी और नेहा ने संयुक्त रूप से किया।

इस अवसर पर डा. नम्रता आनंद ने कहा कि मेरे प्यारे विद्यार्थियों आज बहुत विशेष दिन है, जब आप सभी आठवीं कक्षा के छात्रों के लिये हम विदाई समारोह का आयोजन कर रहे हैं। इतने सालों की कड़ी मेहनत और संघर्ष के बाद अब आपको अलविदा कहने का समय आ गया है। अब आपको अपने अनुभव के अनुसार जीवन की कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। यह सत्य है कि, हमने आप सभी को शिक्षित किया है। यह बहुत लम्बा सफर था इस स्कूल ने आपके बचपन और किशोरावस्था को देखा है, और अब आप सभी जीवन की युवा अवस्था में प्रवेश करने के लिए अग्रसर हो। मेरे प्यारे छात्रों, आप सभी को मेरी यह सलाह है कि, इस स्कूल की दहलीज पर खड़े होकर पीछे की ओर मुड़कर मत देखना। आगे की ओर देखते हुए और आगे बढ़ते हुए संसार को देखना, हमारी शुभकामनाएं सदैव आपके साथ हैं। मेरी यही इच्छा है कि, मेरे छात्र पहले से भी अधिक आगे बढ़े और इस स्कूल का और अपने माता-पिता का नाम रोशन करें।

इस अवसर पर स्कूल के प्राधानाध्यापक क़ृष्णनंदन प्रसाद ने कहा, विद्यार्थी किसी भी स्कूल की सबसे कीमती सम्पत्ति होते हैं, उनके बिना शिक्षक और विद्यालय कुछ भी नहीं है। अपने जीवन में बहुत सी कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। तो भी आप उनसे घबराना नहीं, और मजबूत आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ते जाना। यह तुम्हारा विश्वास, साहस, धैर्य और कठिन परिश्रम ही है, जो तुम्हें भविष्य में आगे की ओर ले जाएँगे और तुम्हें उज्ज्वल भविष्य प्रदान करेंगे। मेरी शुभकामनाएं सदैव आपके साथ है।

श्वेता झा छात्रों को शुभकामनाएं देते हुये कहा कि विद्यालय से जो भी सीखा है, उसे अपने जीवन में उतारें और अपने लक्ष्य को प्राप्त कर एक जिम्मेदार नागरिक बनें। उन्होंने सभी छात्रों को अनुशासन को अपने जीवन में उतारने के लिए प्रेरित किया। प्यारे छात्रों, जीवन में एक बात जरूर याद रखना कि किसी भी चुनौति से घबराना मत। आत्मविश्वास, साहस, धैर्य और कठिन परिश्रम करके उसका सामना करना और जीवन में हमेशा आगे बढ़ते जाना। तभी आप आने वाले समय में अपने आपको एक उज्जवल भविष्य प्रदान कर पाएंगे।

दिव्यांशी ने कहा, किसी भी स्कूल की सबसे मूल्यवान संपत्ति उसके छात्र होते है। उनके बिना आध्यापक और स्कूल कुछ भी नहीं है। लेकिन एक अच्छे शिक्षक के बिना विद्यार्थी भी कुछ नहीं है। यह दोनों एक दूसरे के लिए बहुत महत्व रखते है। जैसे विद्यार्थी के बिना शिक्षक अधूरा होता है, उसी प्रकार शिक्षक के बिना विद्यार्थी अधूरा है।

वहीं स्कूल की शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भी विद्यार्थियों के साथ बिताए अनुभव साझा किए। साथ ही बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की। कक्षा आठवीं के छात्रों ने विद्यालय में बीते अनमोल पलों को साझा किया।

इस अवसर पर क़ृष्णनंदन प्रसाद, डा. नम्रता आनंद, रंजीत ठाकुर मंजू कुमारी, नीलम शर्मा, पद्मावती कुमारी, उर्मिला सिन्हा, विद्या कुमारी, आभा कुमारी शर्मा, समेत कई शिक्षक और शिक्षिकायें उपस्थित थी।

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