मंत्री पद से इस्तीफा देकर जदयू का दलित और अतिपिछड़ा विरोधी चेहरा को उजागर किया श्री संतोष सुमन ने-विजय कुमार सिन्हा

मुख्यमंत्री के स्वार्थ,महत्वाकांक्षा, अहंकार औऱ तानाशाही प्रबृत्ति के शिकार हुए जीतन राम मांझी,

महागठबंधन डूबता जहाज़, ठगबंधन के भाव में चल रहे कुनबा में जल्द मचेगा भगदड़।

पटना,13 मई 2023

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि माननीय पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम माँझी और उनका दल’ हम’ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के स्वार्थ, महत्वाकांक्षा, अहंकार और तानाशाही रवैया का शिकार हो गया है।वे मंत्री संतोष सुमन के इस्तीफे पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे।

श्री सिन्हा ने कहा कि इस इस्तीफा से जदयू का दलित और अति पिछड़ा विरोधी चेहरा उजागर हो गया है।राज्य की जनता को पता है कि किस प्रकार माँझी जी को मुख्यमंत्री के पद से बेदखल किया गया था।उस समय भी राजद औऱ कॉंग्रेस नीतीश सरकार के मददगार थे।आज भी उन्हीं के साथ सरकार चला रही जदयू ने माँझी जी की पार्टी’हम’ पर विलय करने का दबाब बनाया जिसके कारण मंत्री संतोष सुमन जी को इस्तीफा देना पड़ा।

श्री सिन्हा ने कहा कि एन डी ए के साथ सरकार में संतोष सुमन, माननीय मंत्री को दो बिभाग दिया गया था।लेकिन महागठबंधन बनने और राजद कांग्रेस का सरकार में आने पर इनका 1 बिभाग छीन लिया गया।इतना ही नहीं, विपक्षी दलों की पटना में होने वाली आगामी बैठक में देश के अदना दलों को आमंत्रित किया गया लेकिन 4 एम एल ए औऱ 1एमएलसी बाले हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा को इसमें शामिल होने हेतु आमंत्रण नहीं दिया गया।जबकि ये अभी भी महागठबंधन का हिस्सा हैं।

श्री सिन्हा ने कहा कि जीतन राम माँझी एक वड़े नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भी हैं।परन्तु नीतीश कुमार ने उनसे स्वयं वात करना मुनासिब नहीं समझा औऱ श्री विजय कुमार चौधरी, मंत्री को माँझी जी से बात करने की जिम्मेवारी सौपीं।यह बेइज्जती की पराकाष्ठा है।कोई स्वाभिमानी राजनेता इसे बर्दाश्त नहीं कर सकता है।

श्री सिन्हा ने कहा कि भाजपा ने माँझी जी को बराबर सम्मान दिया है और आज भी उनका आदर करते हैं।अब माँझी जी को निर्णय लेना है कि वे अपमानित होकर रहना पसंद करेंगे या स्वाभिमान के साथ राजनीति करना चाहें।जल्द ही महागठबंधन में भगदड़ मचेगी और ठगबंधन के भाव में चल रहा यह कुनबा बिखर जायगा।

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