एआईएनआरसी (AINRC) नेता एन रंगासामी ने शुक्रवार को राज निवास में आयोजित एक संक्षिप्त समारोह में पुडुचेरी के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। उपराज्यपाल तमिलिसाई सौंदराराजन ने रंगासामी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। वह चौथी बार मुख्यमंत्री बने हैं। बता दें कि इस बार के विधानसभा चुनाव में एआईएनआरसी और उसके सहयोगी दलों को पूर्ण बहुमत मिला था।
रंगासामी के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें नए कार्यकाल के लिए बधाई दी। शुक्रवार को केवल रंगासामी ने शपथ ली। वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार की अगुवाई करेंगे, जिसमें एआईएनआरसी और भारतीय जनता पार्टी शामिल हैं। इससे पहले, मुख्य सचिव अश्विनी कुमार ने रंगासामी को मुख्यमंत्री नियुक्त करने वाली, राष्ट्रपति की अधिसूचना को पढ़ा। यह समारोह दोपहर एक बजकर 20 मिनट पर शुरू हुआ और महज पांच मिनट तक चला।
कौन हैं एन रंगासामी
पेशे से वकील रहे एन. रंगासामी पुडुचेरी के पहले भी मुख्यमंत्री रह चुके हैं। अपनी पार्टी की शुरुआत करने से पहले वह कांग्रेस पार्टी के सदस्य थे। साल 2008 में उन्होंने अपने कांग्रेस में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। 7 फरवरी 2011 को उन्होंने ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस के नाम से अपनी खुद की पार्टी का गठन किया था और 2011 में विधानसभा का चुनाव लड़ा था।
इस चुनाव में रंगासामी ने थातांचवडी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते हुए अपने निकटम प्रतिद्वंदी और सीपीआई के सेथु सेल्वम को पांच हजार से अधिक मतों से पराजित किया था। रंगासामी को इस विधानसभा में कुल 55.02% प्रतिशत वोट हासिल हुए थे।
पुडुचेरी के इतिहास में वह पहले ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने अपनी खुद की पार्टी बनाई और जीत कर मुख्यमंत्री बने। पुडुचेरी में कुल 33 विधानसभा सीटें हैं। इनमें 30 विधायक चुनाव के जरिए चुने जाते हैं, जबकि तीन सदस्यों को केंद्र की ओर से नामित किया जाता है।