पटना 4 दिसंबर 2019 : जन अधिकार पार्टी लोकतंत्रिक के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज अहमद ने अपने वक्तव्य बक्सर तथा समस्तीपुर में 2 दिनों के अंदर बलात्कार के बाद जलाकर मार डालने की घटना को अमानवीय तथा बिहार के लिए शर्मसार करने वाली घटना बताया ।
इन्होंने देश के आधी आबादी की सुरक्षा की सुरक्षा के लिए तथा उनके साथ हो रही ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए राक्षसी प्रवृत्ति तथा सोच रखने वालों के खिलाफ कठोर से कठोर कानून बनाये जाने तथा उन्हें बीच चौराहे पर बलात्कार के जुर्म में फांसी या पत्थर मार-मार कर संग सार किए जाने का कानून बनाये जाने की मांग की है ,और इसके लिए अविलंब बिना किसी देरी के अध्यादेश के माध्यम से नरेंद्र मोदी सरकार कानून बनाने के लिए सभी दलों को एकमत होकर इसके लिए पहल किए जाने की मांग की है, और इसे वर्तमान शीतकालीन सत्र में ही कानूनी दर्जा देने पर बल दिया। क्योंकि अभी देश के लिए खासकर महिलाओं की सुरक्षा के लिए एनआरसी और मंदिर मस्जिद के मुद्दे से बड़ा मुद्दा समाज और मानवता की रक्षा का है ।
इन्होंने कहा कि जिस प्रकार से हैदराबाद सहित पूरे देश भर में महिलाओं के साथ बलात्कार के बाद जलाने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है, इससे देश के लोगों में बेचैनी देखी जा रही है और लोग अब यह सोच रहे हैं कि उनके हित में संसद और विधानसभा में कब कानून बनेगा, ऐसे राक्षसी प्रवृत्ति के लोगों को रोकने के लिए कड़ा कानून का होना आवश्यक है।
एजाज ने अपने बयान में आगे कहा कि बिहार में अपराध और दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ रही है यह चिंतनीय विषय है राज्य में ऐसा लगता है कि सरकार का इकबाल पूरी तरह से समाप्त हो गया है और सुशासन के नाम पर अपराध एवं लूट का शासन चल रहा है जिस कारण पिछले 6 महीने में ना सिर्फ लूट की घटनाओं में वृद्धि हुई है बल्कि दुष्कर्म तथा हत्या की घटनाएं भी निरंतर बढ़ती जा रही है यह राज्य के लोगो के लिए सोचनीय विषय है ।क्योंकि ऐसै मामले मे ना तो सत्तापक्ष और ना ही विपक्ष इस मुद्दे पर गंभीर है, एक तरफ सत्ता पक्ष के लोग यात्रा में मशगूल हैं तो दूसरी ओर विपक्ष के लोग अपने परिवारिक सत्ता के धमक को बनाए रखने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। जिससे राज्य में अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो गई है।