पटना 8 नवंबर 2019: जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज अहमद ने कहा कि देश में नोट बंदी लागू किए 3 साल हो गए लेकिन जिस फायदे की बात बताकर नोटबंदी की गई थी वह कहीं नजर नहीं आ रहा है। अफसोस तो इस बात का है की नरेंद्र मोदी सरकार जिसे अपनी उपलब्धि बता रहे थे उस संबंध में 3 बरस होने के बाद भी चुप्पी साधे हुए हैं ,और लोगों के बीच रोजगार और महंगाई की चर्चा ना हो इसके लिए भाजपा समाज में नफरत का माहौल खड़ा करके राजनीतिक रोटी सेकना चाहती है। इससे समाज के सभी लोगों को सचेत रहने की आवश्यकता है। समाज में ऐसे वातावरण का निर्माण करके भाजपा लोगों का ध्यान भटकाना चाहती है , ऐसै मुद्दे के आधार पर ही चुनाव के समय वोट लेती रही है।
इन्होंने ने कहा कि नौजवानों के रोजगार, महंगाई और मंदी से छुटकारा तथा बिहार के लोगों को पलायन से मुक्ति कैसे मिले इस पर ही लोगो का ध्यान केंद्रित करने की पहल होनी चाहिए, लेकिन भाजपा देश में उन्माद की राजनीति को जिंदा रखना चाहती है ।और इसी उन्माद और संप्रदायिक राजनीति के सहारे वोट बैंक को सुरक्षित रखने की कवायद में लगी रहती है।
एजाज ने आगे कहा कि बिहार में बढ़ते अपराध , सत्ता संरक्षित भ्रष्टाचार तथा पदाधिकारियों के माध्यम से आम जनों को तंग तबाह करने की नीति चल रही है जिस कारण पूरे राज्य में त्राहिमाम की स्थिति बनी हुई है ।
इन्होंने ने कहा कि पटना के लोगों को जलजमाव के समय मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने भगवान और भाग्य भरोसे छोड़ दिया जबकि पप्पू यादव ने हर स्तर पर लोगों के बीच जाकर राहत कार्य चलाने का काम किया जिसे राज्य की जनता नहीं भूल सकती है। आज व्यापारी, नौकरी ,पेशा ,छात्र -नौजवान, गरीब, मजदूर, किसान सभी परेशान हैं महंगाई चरम सीमा पर है । बिहार मे प्याज और सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं ,लेकिन केंद्र और बिहार एनडीए सरकार जनता को उन्माद और जुमलेबाजी में उलझा कर रखना चाहती है।
युवा परिषद के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश तिवारी ने ने कहा की छात्र नौजवान संगठित होकर जन आंदोलन खड़ा करें क्योंकि डबल इंजन की सरकार छात्र नौजवानों के साथ ठगी कर रही है और उनके उच्च शिक्षा के फीस में वृद्धि तथा नौकरियों में कटौती कर रही है जो घोर अन्याय है। इसके विरोध में छात्र नौजवान एकजुट होकर जन आंदोलन खड़ा करें।