पूर्व मध्य रेल ने संरक्षा को दी उच्च प्राथमिकता

पटना। पूर्व मध्य रेल यात्री सुरक्षा को सदैव उच्च प्राथमिकता देता है। यात्रियों को सुरक्षित रूप से उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए सुरक्षा के उन्नत तकनीकों को अपनाया गया है। बुनियादी ढांचों का उन्नयन कर कई रेलखंडों में ट्रेनों की अधिकतम गतिसीमा 130 किमी प्रतिघंटा तक की गई है । ऐसे में लोगों द्वारा सुरक्षा मानकों का पालन नहीं कर अनाधिकृत रूप से रेलवे ट्रैक को पार करने से खतरा बढ़ जाता है। यह नियम का उल्लंघन करने वालों के साथ-साथ रेल यात्रियों के लिए भी जानलेवा साबित हो सकता है। पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार में समय समय पर रेलवे ट्रैक के निकट बनाए गए अनाधिकृत रास्तों से आने-जाने के क्रम में घटनाएं घटित हो जाया करती हैं। जिससे रास्ता पार करने वाले की जानमाल की क्षति पहुंचती ही है साथ ही रेल यात्रियों व रेल संपत्ति के नुकसान की संभावना प्रबल रूप से बनी रहती है। ट्रेनों की गति बढऩे के कारण यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर पूर्व मध्य रेल में रोड ओवर ब्रिज/रोड अंडर ब्रिज का तेजी से निर्माण किया जा रहा है। पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार में अब कोई मानवरहित समपार फाटक नहीं हैं। सभी मानवरहित समपार फाटकों पर गेटमित्र की तैनाती कर दी गई है। साथ ही संरक्षा एवं सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से समपार फाटकों की इंटरलॉकिंग का कार्य भी निरंतर जारी है। विगत दिनों अनाधिकृत रूप से रेलवे ट्रैक पार करते समय होने वाली दुर्घटना के मद्देनजर पूर्व मध्य रेल के क्षेत्राधिकार में अनाधिकृत रूप से बनाए गए रास्तों को चिह्नित कर अद्यतन जानकारी प्राप्त की जा रही है। पूर्व मध्य रेल ने यात्रियों से अपील किया कि कोई भी व्यक्ति रेलवे ट्रैक पार करने के लिए हमेशा अधिकृत समपार फाटक का ही प्रयोग करें ताकि किसी भी संभावित दुर्धटना को टाला जा सके। अनाधिकृत रूप से रेलवे ट्रैक पार करने की कोशिश कदापि ना करें क्योंकि ट्रेनों की गति काफी तेज होने के कारण प्रति मिनट लगभग 2 किलोमीटर की दूरी तय करती है। ऐसे में थोड़ी से भी लापरवाही से दुर्घटना हो सकती है । आम लोगों से अपेक्षा की जाती है कि रेलवे सुरक्षा मानकों का अनुपालन करें तथा दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें ।

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