कड़कड़ाती ठंड में लोग जल्दी ही खाना खाकर सोने चले जाते हैं। आमतौर पर 11 बजे तक लोग सो जाते हैं। ऐसे में अगर भूंकप तेज आ जाए तो भारी जान माल का नुकसान हो सकता है। आज देर रात दिल्ली एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस हुए। दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार रात लगभग 11.45 मिनट पर भूकंप के तगड़े झटके महसूस किए गए। इससे लोग डरकर घरों से बाहर निकल आए। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.2 दर्ज की गई।
केवल दिल्ली ही नहीं ये झटके नोएडा और गाजियाबाद में भी लोगों को पता चले। बीते 24 घंटे में राजस्थान और मणिपुर में भी भूकंप आया। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र राजस्थान के अलवर जिले में था जिसके झटके दिल्ली एनसीआर के इलाकों तक महसूस किए गए।
दिल्ली में अप्रैल-मई के भीतर पांच भूकंप आ चुके हैं। भूकंप का केंद्र धरती के महज पांच किलोमीटर नीचे था। मालूम हो कि दिल्ली-एनसीआर का क्षेत्र भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील माना जाता है। भूकंप के लिहाज से दिल्ली एनसीआर और इसके आसपास के इलाकों को जोन-4 में रखा गया है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना नदी से सटे इलाके भूकंप की आशंका वाले क्षेत्रों में शामिल हैं।
राजस्थान के सीकर जिले में भी गुरुवार शाम भूकंप के झटके महसूस किए गए। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार भूंकप की तीव्रता 3.0 रेक्टयर मापी गई है। गुरुवार रात्रि में मणिपुर के निकट रिक्टर पैमाने पर 3.2 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए। एजेंसी के अनुसार, भूकंप का केंद्र मोइरंग,मणिपुर से 38 किलोमीटर दक्षिण में था। भूकंप भारतीय समयानुसार 10:03 PM बजे सतह से 36 किलोमीटर की गहराई में आया। दुनिया में यदि भूकंप की बात करें तो गुरुवार को जापान में भी तगड़े झटके महसूस किए गए। समाचार एजेंसी रॉयटर के मुताबिक, जापान में गुरुवार को 4.6 तीव्रता का झटका महसूस किया गया।