पटना, राजकीय-राष्ट्रीय सम्मान से अंलकृत समाज सेविका और शिक्षका डा. नम्रता आनंद को मानव अधिकार रक्षक ट्रस्ट के द्वारा शिक्षा विभूति सम्मान से सम्मानित किया गया है।
शिक्षक दिवस के अवसर पर मानव अधिकार रक्षक ट्रस्ट ने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान को देखते हुये डा. नम्रता आनंद को शिक्षा विभूति सम्मान 2022 से सम्मानित किया है। डा. नम्रता आनंद को यह सम्मान मानव अधिकार रक्षक ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद कुमार,प्रदेश अध्यक्ष चेतन थिरानी और समाज सेवी आनंद त्रिवेदी ने दिया।
डा. नम्रता आनंद ने यह सम्मान दिये जाने पर खुशी जाहिर की और इसके लिये मानव अधिकार रक्षक ट्रस्ट के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि शिक्षक हमारे मार्गदर्शक और हमारे व्यक्तित्व के निर्माता होते हैं। डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन 05 सितम्बर भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाकर उनके प्रति सम्मान प्रकट किया जाता हैं। शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षा विभूति सम्मान मिलना मेरे लिये लिये गौरव की बात है।
गौरतलब है कि वर्ष 2019 में डा. नम्रता आनंद को माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार की सर्वश्रेष्ठ 20 शिक्षकों में सम्मानित किया है। डा. नम्रता आनंद सामाजिक संगठन दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापिका और जीकेसी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। डा. नम्रता आनंद को 2004 में राष्ट्रीय विकास और सामाजिक सेवा में किये गये उत्कृष्ठ कार्य के लिये राष्ट्रीय यूथ अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। वर्ष 2008 में डा. नम्रता आनंद ने दीदीजी फाउंडेशन की नीवं रखी, जिसके बैनर तले उन्होंने जल जीवन हरियाली, बेटी पढ़ाओं बेटी बचाओ, पर्यावरण, स्वच्छता, तंबाकू विरोधी अभियान, साक्षरता, रक्तदान, पल्स पोलिया प्रतिरक्षण, कोरोना जागरूकता, महिला सशक्तीकरण, विकलांगों के पुर्नवास समेत कई सामाजिक कार्य किये, जिसके लिये उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति मिली।
वर्ष 2021 में डा. नम्रता आनंद ने कुरथौल के फुलझड़ी गार्डेन में संस्कारशाला की स्थापना की। संस्कारशाला के माध्यम से गरीब और स्लम एरिया के बच्चों का नि.शुल्क शिक्षा, संगीत, सिलाई-बुनाई और डांस का प्रशिक्षण दिया जाता है।