90 प्रतिशत महिलाओं को बच्चेदानी के कैंसर से बचाया जा सकता है : डॉ. अमीश

पटना : राजेन्द्रनगर स्थित इला सिन्हा मल्टी सुपर स्पेशियलिटी एण्ड मैटरनिटी नर्सिंग होम में प्रत्येक माह के दूसरे रविवार और अंतिम रविवार को बच्चेदानी के मुंह का कैंसर की जांच के लिए नि:शुल्क जांच शिविर का आयोजन किया जायेगा। इसके लिए पहले से आपको रजिस्ट्रेशन कराना होगा। अगर किसी कारण से रजिस्ट्रेशन नहीं करा सके तो ऑन स्पॉट भी शिविर में जांच करा सकते हैं। इसकी शुरुआत आगामी 8 मई से हो रही है।

यह बातें डॉ. अमीश, डॉ. रेखा प्रसाद और डॉ. शिल्पी सिन्हा ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए दी है। इस मौके पर डॉ. अमीश ने बताया कि बच्चेदानी के मुंह का कैंसर महिलाओं में होने वाले कैंसर में दूसरे स्थान पर आता है। यह न केवल रोका जा सकता है अपितु इसे बहुत जल्दी पकड़ा जा सकता है और समय पर पकड़ा जाए तो इसका पूर्णत: इलाज भी संभव है। युवतियों एवं महिलाओं में जागरूकत फैलाकर हम 90 प्रतिशत इस बीमारी को रोक सकते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चेदानी यानि सर्वाइकल कैंसर मातृ मृत्यु का प्रमुख कारण है। कैंसर की वजह से महिलाओं की अधिकांश मौते होती है।

इसके बचाव के लिए वैक्सीन उपलब्ध है जो 9 साल की उम्र से लेकर 45 वर्ष तक की महिलाओं को दी जानी चाहिए। नियमित पैंप स्मीयर द्वारा इसको पहली स्टेज से भी पहले पकड़ा जा सकता है। पहली स्टेज में आपरेशन या रेडियोथेरेपी द्वारा इसका इलाज किया जा सकता है।

बच्चे दानी से गंदें पानी का रिसाव, माहवारी का अनियमित होना, संभोग के समय खून आना, कमर या पैर में अधिक दर्द होना या पेशाब में रूकावट इसके प्रारंभिक लक्षण हैं। अधिक बच्चे होना, कई पुरूषों से यौन संबंध, गुप्तांगों की सफाई में कमी या एड्स इसके खतरे को बढ़ा देते हैं। पहली स्टेज में ऑपरेशन या रेडियोथेरेपी द्वारा इसका इलाज किया जा सकता है।

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