पटना। डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में जिला कृषि टास्क फ ोर्स की बैठक हुई। बैठक में जिला में वर्षापात, फ सल आच्छादन, डीजल अनुदान, उर्वरक की उपलब्धता, किसानों को विद्युत आपूर्ति, राजकीय नलकूपों की स्थिति, आकस्मिक फ सल योजना का क्रियान्वयन सहित सभी बिन्दुओं पर अनुमंडलवार एवं प्रखंडवार विस्तृत समीक्षा की गई।
डीएम डॉ सिंह ने कहा कि किसानों को कोई परेशानी न हो इसके लिए प्रशासन प्रतिबद्ध है। उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को डीजल अनुदान हेतु लंबित आवेदनों को 24 घण्टे के अंदर निष्पादित करने का निदेश दिया। डीएम डॉ सिंह ने कहा कि जिले में उर्वरक की कोई किल्लत नहीं है। 15 अगस्त तक 23500 मेट्रिक टन की आवश्यकता के विरूद्ध 23216 मेट्रिक टन यूरिया पटना जिला को उपलब्ध हो गई है। वर्तमान में जिला के 216 प्रतिष्ठानों 52443 बैग यूरिया अवशेष पड़ा हुआ है।
डीएम डॉ सिंह ने कहा कि नियमित अंतराल पर जिला को यूरिया की आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने कहा कि खरीफ मौसम में लक्ष्य के विरूद्ध शत प्रतिशत यूरिया प्राप्त होगी। उत्पादन एवं आपूर्ति में कोई व्यवधान नहीं है। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारीए पटना द्वारा बैठक में विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। जिला सांख्यिकी पदाधिकारी द्वारा जिले में वर्षापात का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। जून माह में सामान्य वर्षापात 127 एमएम के विरूद्ध वास्तविक वर्षापात 123 एमएम रहा।
भारतीय मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 17 एवं 18 अगस्त को वर्षा की संभावना नहीं है। पटना जिला में वर्तमान समय तक धान आच्छादन के लक्ष्य 1 लाख 16 हजार 183.40 हेक्टेयर के विरूद्ध उपलब्धि 1 लाख 3 हजार 37. 29 हेक्टेयर है जो लक्ष्य का 88.69 प्रतिशत है। डीएम डॉ सिंह ने कहा कि अल्पवर्षा की स्थिति को देखते हुए किसानों को निरंतर विद्युत आपूर्ति हो इसके लिये 20 जुलाई से कृषि फ ीडर के लिये 16 घंटे की विद्युत आपूर्ति का निर्देश दिया गया है।
डीएम डॉ सिंह ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23 अंतर्गत खरीफ मौसम के फसलों में अनावृष्टि व अल्पवृष्टि के कारण सुखाड़ जैसी स्थिति में डीजल चालित पम्पसेट से पटवन सिंचाई करने के लिए सरकार द्वारा किसानों को डीजल अनुदान देने की व्यवस्था की गई है। डीएम डॉ सिंह ने जिला कृषि पदाधिकारी को विहित प्रक्रिया के अनुसार निहित प्रावधानों का अक्षरश: अनुपालन करते हुए डीजल अनुदान का वितरण सुनिश्चित करने का निदेश दिया है।
उन्होंने निदेश दिया कि लंबित आवेदनों को 24 घण्टा के अंदर निष्पादित किया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि बुधवार एवं वृहस्पतिवार के साप्ताहिक जाँच में पदाधिकारियों द्वारा क्षेत्र भ्रमण के दौरान कृषि संबंधित बिन्दुओं यथा वर्षापात, फ सल आच्छादन, डीजल अनुदान, नहर में पानी की स्थिति, कृषि फ ीडर की स्थिति तथा राजकीय नलकूपों का संचालन की जाँच की जाएगी। जिलाधिकारी ने सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को अपने अपने क्षेत्र की गतिविधियों का नियमित अनुश्रवण करने का निदेश दिया। इस बैठक में उप विकास आयुक्त पटना सहित अन्य भी उपस्थित थे।