पटना। जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने जिला नजारत शाखा का निरीक्षण किया गया तथा सभी पंजी का नियमानुसार संधारण कर अद्यतन रखने का निर्देश दिया गया। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि जिला नजारत शाखा का निरीक्षण पूर्व में तत्कालीन जिलाधिकारी एन सरवन तथा कुमार रवि द्वारा किया गया किंतु निरीक्षण के दौरान की गई टिप्पणी का अनुपालन कर प्रतिवेदित प्रधान लिपिक द्वारा नहीं किया गया। साथ ही वित्त विभाग द्वारा किये गये अंकेक्षण के रिपोर्ट का भी अनुपालन कर प्रतिवेदित उनके द्वारा नहीं किया गया। जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए नजारत शाखा के प्रधान लिपिक मनीष सिंह को निलंबित करने का निर्देश दिया ।
निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ने नजारत शाखा के आवंटन पंजी, अग्रिम पंजी, रोकड़ पंजी, सहायक रोकड़ पंजी, आगत पंजी, निर्गत पंजी का अवलोकन किया। उन्होंने सभी प्रकार की पंजी का नियमानुसार संधारण करने तथा अद्यतन रखने का निर्देश दिया। अग्रिम राशि की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने अग्रिम लिए हुए कार्यरत कर्मियों को नोटिस करने, मृत कर्मी के विरुद्ध नीलाम पत्र वाद दायर करने तथा बैठक बुलाकर समाधान करने का निर्देश दिया। साथ ही वित्तीय वर्ष 2021- 22 के अग्रिम राशि की सूची तैयार कर प्रस्तुत करने तथा पंजी में दर्ज करने का निर्देश दिया।
असमायोजित अभिश्रव की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने टीम गठित कर भौतिक सत्यापन कराने का निर्देश दिया। लंबित विपत्र की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि वर्षवार, शीर्षवार बकाया राशि की सूची बनाने तथा आवंटन की स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश दिया। सरकारी वाहनों की आवश्यकता को देखते हुए जिलाधिकारी ने जिला नजारत पदाधिकारी को उत्पाद अधीक्षक से शराबबंदी के तहत जप्त वाहन के अधिहरण एवं भौतिक स्थिति की जानकारी प्राप्त करने को कहा। निरीक्षण के क्रम में जिला नजारत पदाधिकारी मो इज्तबा हुसैन, प्रभारी पदाधिकारी जिला गोपनीय शाखा सुभाष नारायण सहित अन्य कर्मी उपस्थित थे।