पटना। डीएम डॉ चन्द्रशेखर सिंह ने सचिवालय कोषागार निर्माण भवन पटना का निरीक्षण किया। पूर्वाह्न 10 बजे पहुंचकर डीएम ने कर्मियों की उपस्थिति की जांच की उनसे परिचय प्राप्त किया तथा कोषागार के विभिन्न कक्षों एवं शाखाओं का अवलोकन किया। यह कोषागार विश्वेश्वरैया भवनए बेली रोडए पटना के भूतल पर अवस्थित है।
डीएम डॉ0 सिंह ने सीएफ एमएस, स्थापना, पेंशन, अंकेक्षण, सेवापुस्त का संधारण, लेखा, रोक, बही, सेवा पुस्तिका, खाताओं का संधारण सहित विविध पंजियों का अवलोकन किया। यहां एक वरीय कोषागार पदाधिकारी तथा तीन सहायक कोषागार पदाधिकारी पदस्थापित हैं। यह कोषागार पूर्णत: कम्प्यूटरीकृत है। यहाँ सीएफ एमएस सॉफ्टवेयर 1 अप्रैल 2019 से प्रारंभ की गई है।
इसके माध्यम से संबंधित निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी डीडीओ अपने कार्यालय से ही कोषागार को ऑनलाईन विपत्र समर्पित करते हैं। उन्हें कोषागार आने की जरूरत नहीं पड़ती एवं इस तरह कोषागार में भीड़ नहीं होती है। वरीय कोषागार पदाधिकारी प्रेम पुष्प कुमार ने जिलाधिकारी के संज्ञान में लाया कि कोषागार द्वारा विहित प्रावधान के अनुसार सेवानिवृत व मृत कर्मियों के पेंशन का प्रतिदिन निष्पादन किया जा रहा है। वर्तमान में पेंशनरों की कुल संख्या 5109 है। कुल पारिवारिक पेंशनरों की संख्या 340 एवं सीएफ एमएस में कुल पेंशनर की संख्या 1662 है।
जनवरी 2022 से अब तक कुल 255 पीपीओ प्राप्त हुए जिसमें से कोषागार द्वारा 205 पीपीओ को निष्पादित कर दिया गया। डीएम डॉ0 सिंह ने वरीय कोषागार पदाधिकारी को शेष 50 लंबित पीपीओ को भी विशेष प्रयास कर निष्पादित करने का निदेश दिया। नई पेंशन योजना अंतर्गत माह मई 2022 तक का कर्मियों व राज्य सरकार का अंशदान राशि का फंड अन्तरण किया जा चुका है।
डीएम डॉ सिंह ने कोषागार के पुराने एवं अनुपयोगी सामानों, तकनीकी संभाग के पुराने उपकरणों तथा अभिलेखों को विहित प्रक्रिया का अनुपालन करते हुए नियमानुसार निस्तारित विनष्टीकरण करने का निदेश दिया।