पटना। खाद की कालाबाजारी, मुनाफ ाखोरी एवं नीम कोटेड यूरिया का औद्योगिक व गैर कृषि उपयोग रोकने पर नियंत्रण हेतु डीएम चन्द्रशेखर सिंह के निर्देश पर सघन जांच अभियान चलाया गया। इसके लिए अनुमण्डल स्तर पर निरीक्षण दल का गठन किया गया था। कुल 14 छापामारी दल में 33 पदाधिकारियों को तैनात किया गया था।
पटना सदर अनुमंडल में एसडीओ पटना सदर सहित अन्य पदाधिकारी,पटना सिटी अनुमंडल में एसडीओ पटना सिटी सहित अन्य पदाधिकारी,बाढ़ अनुमंडल में एसडीओ बाढ़ सहित अन्य पदाधिकारी, मसौढ़ी अनुमंडल में एसडीओ मसौढ़ी सहित अन्य पदाधिकारी तथा दानापुर अनुमंडल में एसडीओ दानापुर सहित अन्य पदाधिकारियों का छापामारी दल बनाया गया। छापामारी दलों द्वारा उर्वरक के थोक प्रतिष्ठानों का निरीक्षण एवं यूरिया को औद्योगिक गैर कृषि उपयोग को रोकने पर निरीक्षण किया गया। थोक विक्रेता द्वारा खुदरा विक्रेता को उपलब्ध कराये गये उर्वरक की मात्रा, उर्वरक का दर एवं वाहन का भाड़ा के संबंध में विस्तृत जाँच की गई ।
स्टॉक पंजी, कैश मेमो एवं अनुज्ञप्ति की वैधता की तिथि की भी जाँच हुई। निरीक्षी पदाधिकारी को यह भी प्रतिवेदित करना है कि बड़े क्रेताओं द्वारा आवश्यकता अनुसार ही उर्वरक का उठाव किया गया है अथवा नही। निरीक्षण दल द्वारा अपने क्षेत्र के खुदरा उर्वरक विक्रेता के बड़े के्रताओं द्वारा विगत एक माह में किये गए क्रय की भी जाँच कर प्रतिवेदन समर्पित की जाएगी।
किसी प्रकार की अनियमितता पाये जाने पर उर्वरक नियंत्रण के तहत स्थानीय थाना में प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। डीएम डॉ सिंह ने कहा कि जनहित में जिला प्रशासन द्वारा नियमित तौर पर योजनाओं, कार्यक्रमों एवं लोकोपयोगी प्रतिष्ठानों की जांच कराई जाती है। सरकार के विकासात्मक एवं लोक कल्याणकारी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।