डेनमार्क ने एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के उपयोग पर लगाई पूर्ण रोक, बना पहला यूरोपीय देश

डेनमार्क ने एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के उपयोग पर लगाई पूर्ण रोक, बना पहला यूरोपीय देश

डेनमार्क ने कोरोना वायरस के बढ़ते खतरों के बीच ऑक्सफर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोविड वैक्सीन पर पूर्ण रोक लगा दी है। ऐसी पाबंदी लगाने वाला यह यूरोप का पहला देश भी बन गया है।

हाइलाइट्स:

  • डेनमार्क ने एस्ट्राजेनेका कोविड वैक्सीन के उपयोग पर पूर्ण रोक लगाई
  • खून के थक्के जमने की कई रिपोर्ट्स के बाद लिया गया फैसला
  • पहले भी कई देश एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को कुछ समय के लिए कर चुके हैं प्रतिबंधित

कोपनहेगन
डेनमार्क ने कोरोना वायरस के बढ़ते खतरों के बीच ऑक्सफर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोविड वैक्सीन पर पूर्ण रोक लगा दी है। ऐसी पाबंदी लगाने वाला यह यूरोप का पहला देश भी बन गया है। इससे पहले वैक्सीन दिए जाने के बाद खून के थक्के जमने के संदेह में कई यूरोपीय देश पहले भी इसे कुछ समय के लिए बंद कर चुके हैं, हालांकि उन देशों में अभी ये वैक्सीन लगाई जा रही है।

डेनमार्क के वैक्सीनेशन प्रोग्राम को लग सकता है झटका
डेनमार्क ने यह रोक वैक्सीन दिए जाने के बाद कुछ लोगों के शरीर में खून के थक्के जमने के बाद लगाई है। हालांकि, विशेषज्ञों का दावा है कि ऐसी घटनाएं काफी दुर्लभ हैं। बताया जा रहा है कि इस कदम से डेनमार्क में जारी वैक्सीनेशन प्रोग्राम को तगड़ा झटका लग सकता है। इस समय डेनमार्क में एस्ट्राजेनेका की 24 लाख कोविड वैक्सीन कई सेंटर्स पर मौजूद हैं, जिन्हें अब वापस लिया जा रहा है।

अधिकारियों ने बताया- क्यों लगाया प्रतिबंध
डेनमार्क के स्वास्थ्य अधिकारियों ने दावा किया है कि एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन से खून के थक्के जमने के मामले उम्मीद से ज्यादा आ रहे हैं। इसलिए, हमने तत्काल प्रभाव से इस वैक्सीन के उपयोग पर रोक लगाने का फैसला किया है। एक अनुमान के मुताबित डेनमार्क में 40000 लोगों में से दो लोगों के शरीर में वैक्सीनेशन के बाद खून के थक्के जमने के मामले आ रहे हैं।

 

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