बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने बिहार में बेतहाशा बढ़ रहे डेंगू पर चिंता जताते हुए कहा कि उप-मुख्यमंत्री के उदासीनता और शिथिलता के कारण ही आज पूरे राज्य में डेंगू एक महामारी का रूप ले लिया है और यहां की जनता ईलाज के अभाव में मरने के लिए बेवश हो गई है।
श्री सिन्हा ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि चाचा-भतीजा अहंकार और स्वार्थ के वशीभूत होकर जनता को डेंगू जैसे बीमारी के हवाले कर स्वास्थ्य विभाग को खानापूर्ति में लगा दिया है।
भाजपा नेता श्री सिन्हा ने कहा कि डेंगू से पीड़ित मरीजों के ईलाज हेतु बेड, दवा और रक्त उपलब्ध कराना तो दूर समुचित जांच की व्यवस्था तक नहीं है और अस्पताल की स्थिति बद् से बद्तर होते जा रही है। लोग निजी जांच केन्द्रों में 1400 से 2400 रूपये देकर जांच कराने और निजी अस्पतालों में ईलाज कराने के लिए मजबूर है और गरीब लोग पैसे की अभाव में मरने के लिए बिवश है।
श्री सिन्हा ने सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार एंटी लारवा का छिड़काव तक नहीं करवा रही है और ना ही मरीजों के सुविधा के लिए एम्बुलेंस की ही व्यवस्था कर रही है। सरकार पूर्णतः परिवारवाद, अपराध और भ्रष्टाचार में लिप्त होकर जनता को भगवान भरोसे छोड़ दी है।
श्री सिन्हा ने बिहार के उपमुख्यमंत्री से सवालिया लहजे में कहा कि वह अपनी आत्ममुग्धता से कब बाहर निकलकर बिहार की जनता का सुध लेंगे।
श्री सिन्हा ने कहा कि जहां सभी राज्य अपने विकास की ओर अग्रसर हैं वहीं महाठगबंधन की भ्रष्ट सरकार परिवारवाद, अपराध और भ्रष्टाचार की गोद के हवाले कर दिया है।
श्री सिन्हा ने डेंगू की रोकथाम के लिए बिहार की जनता से अपील किया है कि स्वच्छता का ध्यान रखें, गंदा पानी को एकत्र न होने दे, मच्छरदानी का प्रयोग करें एवं ज्यादा से ज्यादा पेय पदार्ध का सेवन करें।