दिल्ली पुलिस ने कड़कड़डूमा कोर्ट में दिल्ली दंगों की चार्जशीट फाइल की है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दिल्ली दंगों के 15 आरोपियों के खिलाफ बुधवार को गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कानून आईपीसी और आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत कड़कड़डूमा कोर्ट में 15,000 से अधिक पन्नों की एक और चार्जशीट दायर कर दी है. दिल्ली दंगों के मामले में आज दाखिल चार्जशीट में उमर खालिद और शरजील इमाम का आरोपी के तौर पर नाम नहीं है. चूंकि कुछ दिन पहले उन्हें गिरफ्तार किया गया था, इसलिए उनका नाम सप्लीमेंट्री चार्जशीट में होगा.
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि दंगों के संबंध में कुल 751 मामले दर्ज किए और बहुत निष्पक्ष तरीके से जांच की गई. उन्होंने कहा कि 751 मामलों में से 340 को सुलझा लिया गया है, जबकि शेष मामलों में पुलिस को ज्यादा लीड नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि अन्य 59 महत्वपूर्ण मामले तीन एसआईटी को दिए गए थे जो क्राइम ब्रांच के तहत गठित की गई थी और 59 मामलों में से 46 का सुलझा लिया गया था और इन सभी में, चार्जशीट फाइल कर दिए गए हैं और हम अब भी सप्लीमेंट्री चार्जशीट फाइल कर रहे हैं.
दिल्ली पुलिस ने आज अदालत में कहा कि उन्होंने सबूतों में 24 फरवरी की व्हाट्सएप चैट शामिल की है. जिस समय दंगे हो रहे थे प्रमुख षड्यंत्रकारी दंगा करने वालों का मार्गदर्शन कर रहे थे. हर साइट के लिए 25 वाट्सएप ग्रुप खास तौर पर बनाए गए थे. पुलिस ने प्रत्येक समूह और उसकी भूमिका की पहचान की. श्रीवास्तव ने यह भी कहा था कि दिल्ली पुलिस जिन लोगों की जांच कर रही है, उनमें कुछ की काफी अच्छी सोशल मीडिया मौजूदगी है. उन्होंने कहा कि चूंकि हम जांच के आखिरी छोर पर पहुंच रहे हैं, उमर खालिद भी गिरफ्तार किया जा चुका है. इसलिए खासकर सोशल मीडिया और टीवी चैनलों पर अधिक शोर मचाया जा रहा है। वे हमें जांच से दूर करने की कोशिश कर रहे हैं.
गौरतलब है कि नागरिकता कानून के समर्थकों और विरोधियों के बीच संघर्ष के बाद 24 फरवरी को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, घोंडा, चांदबाग, शिव विहार, भजनपुरा, यमुना विहार इलाकों में साम्प्रदायिक दंगे भड़क गए थे. इस हिंसा में कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से अधिक लोग घायल हो गए थे. साथ ही सरकारी और निजी संपत्ति को भी काफी नुकसान पहुंचा था. उग्र भीड़ ने मकानों, दुकानों, वाहनों, एक पेट्रोल पम्प को फूंक दिया था और स्थानीय लोगों तथा पुलिस कर्मियों पर पथराव किया.
उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगे में कथित भूमिका के आरोप में पुलिस ने रविवार देर रात जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद दिल्ली की एक अदालत ने पूर्व जेएनयू छात्र उमर खालिद को 10 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. वहीं इससे काफी पहले शरजील इमाम को गिरफ्तार कर लिया गया था. उनपर भड़काउ भाषण का आरोप था.