पटना। भारतीय रेल यात्री सुविधाओं के साथ साथ माल ढुलाई को लेकर भी काफ ी गंभीर है और इसके लिए डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। इसी कड़ी में ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर तेजी से काम चल रहा है। इस संबंध में महाप्रबंधक अनुपम शर्मा एवं डीएफ सीसीआईएल के प्रबंधक निदेशक आर के जैन एवं अन्य उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में महाप्रबंधक ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंण् से सोननगर तक निर्माणाधीन डेडिकेटेड फ्रेड कॉरिडोर परियोजना की कार्य प्रगति की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान निर्माणाीधन आरओबी का कार्य जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के पं दीनदयाल उपाध्याय जं और सोननगर रेलखंड के बीच आरयूबी तथा आरओबी सहित इस रेलखंड के स्टेशनों के यार्ड का रिमॉडलिंग सहित विद्युत एवं सिगनल से जुड़े कई कार्य किये जा रहे हैं। अगले फेज में सोननगर से गया, गोमो, धनबाद होते हुए पश्चिम बंगाल के दानकुनी तक निर्माण होना है । इसके लिए पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार में जितने भी यूटिलिटी शिफ्ंिटग हैं उस पर भी गहन चर्चा हुई। जीएम श्री शर्मा ने यूटिलिटी शिफ्ंिटग का कार्य यथाशीघ्र करने का निर्देश दिया । सोननगर से दानकुनी तक का कार्य तीव्रगति से पूरा किया जा सके इसके मद्देनजर वर्ष 2022-23 में 2000 करोड़ रूपए का निवेश किया जाएगा। डेडीकेटेड फ्रे ट कॉरिडोर शुरू हो जाने के बाद इस ट्रैक पर माल गाडिय़ों का परिचालन तेजी से किया जाएगा और इस कॉरिडोर से गुजरने वाली माल गाडिय़ां कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंचेंगीं । वहीं दूसरी तरफ सामान्य रेलवे ट्रैक से माल गाडिय़ों के डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर ट्रैक पर शिफ्ट हो जाने के बाद यात्री ट्रेन के परिचालन में काफ ी सहूलियत होगी और ट्रेनों को तेज गति के साथ साथ समयबद्ध तरीके से चलाया जा सकेगा।
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