पटना। तीन कृषि बिल को वापस लेने की घोषणा देश के किसानों की जीत है। नरेन्द्र मोदी के अहंकार की हार है। किसानों की मांग पर विचार होना चाहिए। न्यूनतम समर्थन मूल्य का निर्धारण होना चाहिए। समर्थन मूल्य से किसानों के साथ साथ मजदूरों का भी भला होगा। ये बातें राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने राजद प्रदेश कार्यालय मे अंधेरे से उजाले की ओर चलो के प्रतीक राजद के चुनाव चिन्ह लालटेन का लोकार्पण करते हुए कही। उन्होंने कहा कि राजद गरीब, अभिवंचितों, बेसहारों की आवाज है।
राजद ने हमेशा बेजुबानों को जुबान और आदर सम्मान दिलाये जाने की लड़ाई लड़ी है।सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता हम सब का आदर्श है। गरीबों की लड़ाई राजद ने सड़क से संसद तक लड़ती आई है। उन्होंने प्रदेश राजद अध्यक्ष जगदनानंद सिंह एवं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव की प्रशंसा करते हुए कहा कि इन्के नेतृत्व मे राजद अनुशाशन के साथ आगे बढ़ रहा है।
प्रसाद ने कहा कि महिलाओं पर धयान दें उन्हें आगे बढऩे का अवसर दें। उन्होंने राजद के नेतृत्व वाली 15 वर्षों के शासन काल मे किये गए विकास की चर्चा की। लालू ने कहा कि जब वे रेल मंत्री थे तब राज्य में रेल के कई कारखानों को स्वीकृत कर कारखाने खोले गए। रेल को लाभ मे लाया। इतना ही नही 90 हजार करोड़ का अतिरिक्त लाभ रेल को दिलाया। उन्होंने कहा कि मेरी सरकार बनने के पहले क्या हाल था। गरीबों को जुबान एवं सम्मान के साथ सत्ता मे भागीदारी दिलाई। आने वाले दिनों में सभी मिल कर बिहार की सभी सीट जीतेंगे। उन्होंने राजद के विगत25 वर्षों के संघर्ष पूर्ण यात्रा की जानकारी दी तथा कई स्मरण को साझा किया।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट मे बिहार सबसे निचले पायदान पर है।विकाश का ढिंढोरा पीटा जा रहा है। राज्य में बेकारी, बेरोजगारी का बोल बाला है। रोजगार के लिए पलायन हो रहा है। घोटाले पर घोटाले हो रहें है। 75 घोटाले हुए है।
महालेखाकारकी रिपोर्ट मे कहा गया है कि दो लाख करोड़ का राज्य सरकार ने कोई हिसाब नही दिया है। वहीं राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने राजद के सिद्धांत की चर्चा की और कहा कि लालू जी ने पढ़ो लिखो और अधिकार पाओ के लिये लोगो को उकसाया जिसके परिणाम स्वरूप राज्य मे शिक्षा का प्रतिशत बढ़ा।
इस अवसर पर राजद के वरिष्ट नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी, शिवानंद तिवारी, रमई राम, उदय नारायण चौधरी, जयप्रकाश नारायण यादव, तनवीर हसन, श्याम रजक, भोला यादव, शक्ति यादव सहित अनेकों गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे ।