दीप श्रेष्ठ ने बढ़ाया बिहार का मान-सम्मान, दादा साहेब फाल्के इण्डियन टेलीविजन अवार्ड से हुए सम्मानित

मुंबई में दादा साहेब फाल्के इंडियन टेलिविज़न अवार्ड 2022 के आयोजन में बिहार के दीप श्रेष्ठ को श्रेष्ठ बता हीं दिया गया। होटल सी प्रिंसेस जुहू में आयोजित अवार्ड समारोह में इंडियन टेलीविज़न इंडस्ट्रीज़ के कई मशहूर एक्टर एक्ट्रेस डायरेक्टर फ़ाउंडर मॉडल और तकनीशियन मौजूद थें। समारोह में मशहूर एक्ट्रेस मॉडल अंजलि पाण्डेय और अखिलेश सिंह द्वारा बिहार का मान-सम्मान बढ़ाने वाले दीप श्रेष्ठ को इंडियन सिनेमा के मशहूर दादा साहब फाल्के के नाम दादासाहेब फाल्के इंडियन टेलिविज़न अवार्ड 2022 प्रदान किया गया है।

फ़िल्म एक्टर डायरेक्टर दीप श्रेष्ठ अपने क्षेत्र में विडियो किंग के नाम से मशहूर है। दीप श्रेष्ठ ने कई मशहूर म्यूज़िक एल्बम बनाया है, जो कभी भुलाया नहीं जा सकता है। इनके बनाए संस्कार गीत हो या लोक गीत छठ गीत हों या भक्ति गीत सभी एक से बढ़कर एक हैं। दीप कई कलाकारों और तकनीशियनों को भोजपुरी फ़िल्म उद्योग में मौका भी दिया है।

भोजपुरी फिल्मों के समीक्षक और जानकारों की माने तो भोजपुरी फ़िल्म उद्योग की दशा और दिशा बदलने का श्रेय जाता है दीप श्रेष्ठ को।

दीप पिछले 30 साल से फ़िल्म उद्योग में तथा 25 साल पहले फ़िल्म निर्माण के क्षेत्र में क़दम रखा। उन्होंने “माई के दुलार” फ़िल्म बनाई। काफ़ी धक्का खाने और लोगों द्वारा धोखा देने के बाद 2001 मई में फ़िल्म सेंसर बोर्ड द्वारा पारित हुई।

फ़िल्म निर्माण के दौरान उनके पिताजी की देहान्त हो गया। इसके बाद दीप श्रेष्ठ को T सीरीज़ में “गवनवा लेजा राजाजी” के निर्देशन एक्टिंग करने की ज़िम्मेवारी मिली। ये एल्बम भोजपुरी फ़िल्म उद्योग को एक नई दिशा दी बहुत बड़ी हिट हुई।

इसके बाद दीप श्रेष्ठ को लोग वीडियो किंग के नाम से पुकारने लगे। फिर हिट होने का सिलसिला चल पड़ा। चाहे छठ गीत हो या संस्कार गीत। एक से बढ़कर एक म्यूज़िक अल्बम इन्होंने बनाया। जहॉ लोग कमर्शियल फ़िल्म और सीरियल का निर्माण करते हैं, इन्होंने बिहार की संस्कृति संस्कार गीतों पर आधारित विरासत नाम का सीरियल दूरदर्शन पर लेकर आये।

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