पटना, सांस्कृतिक संस्था निनाद के सौजन्य से दीघा आशियाना रोड स्थित कार्यलय में श्रद्धांजली सभा का आयोजन किया गया, जिसमें पंडित बिरजू जी महाराज को श्रद्धा सुमन अर्पित किये गये। इस सभा का आयोजन पूर्णत : कोविड प्रोटोकॉल के अनुपालन के साथ किया गया।
कथक सम्राट पंडित बिरजू महाराज जी का निधान 17 जनवरी 2022 को कलाश्रम दिल्ली में हुआ था। दिनांक 21 जनवरी को उनके अस्थिकलश का विसर्जन बनारस के अस्सी घाट पर किया गया। इस दौरान उनकी शिष्या और निनाद की सचिव और भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी श्रीमती नीलम चौधरी भी उपस्थित थी। सभा में उपस्थित कलाकारों ने पंडित बिरजू महाराज से जुड़ी अपनी मीठी बातों को साझा किया। इस अवसर पर निनाद की सचिव श्रीमती नीलम चौधरी ने कहा कि निनाद के साथ महाराज जी का जुड़ाव इस संस्था के शुरूआती दिनों से रहा है। निनाद में कत्थक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आरंभ महाराज जी के करकमलों से हुआ था। तीन दिनों की कत्थक कार्यशाला में निनाद के प्रशिक्षुओं ने महाराज जी और शाश्वती दीदी से सीधे प्रशिक्षण प्राप्त किया तब से अभी तक कत्थक प्रशिक्षण कार्यक्रम महाराज जी की देखरेख में ही चलता रहा था। समय समय पर वे न सिर्फ पटना आकर वे सिर्फ संस्थान के बच्चों के प्रशिक्षण की समीक्षा करते बल्कि खुद उन्हें सीखाते भी थे। मुश्किल से मुश्किल बोल वे खेलकूद में बड़ी आसानी से बच्चों को भी सीखा देते थे।बिहार के लिये यह सौभग्य और गौरव दोनों की बात है कि यहां के प्रशिक्षुओं को महाराज जी का सानिध्य और स्नेह प्राप्त हुआ है।निनाद के निदेशक और सुप्रसिद्ध गायक श्री राजीव सिन्हा ने पंडित बिरजू महाराज जी की रचना सावरा गिरिधर मोरे मन भाये गाकर महाराज जी को श्रद्धांजली अर्पित की।निनाद के अन्य कलाकारों में मोहम्मद शाहिद आलम, अन्वेषा वर्मा और रागी राजीव ने महराज जी के द्वारा रचित ‘तोड़ो टुकड़े तिहाइयों’ से महाराज जी को श्रद्धांजली दी।