नई दिल्ली। गुरुवार को सीएससी एसपीवी ने अपना 15वां स्थापना दिवस मनाया. कार्यक्रम का विषय था- तकनीक के युग में सीएससी कैसे गवर्नेंस एंड डिजिटल इकोनॉमी में नए आयाम जोड़ रही है. यह कार्यक्रम नई दिल्ली में आयोजित किया गया. कार्यक्रम के दौरान इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय के सचिव श्री अलकेश कुमार शर्मा, गेल इंडिया के सीईओ श्री गौतम चक्रवर्ती , श्री के विनोद, महाप्रबंधक-एचपीसीएल और सुश्री ऋचा मुखर्जी, निदेशक-पेयू इंडिया भी उपस्थित थे. ग्रामीण सशक्तिकरण और समावेशी विकास के लक्ष्य को हासिल करने के लिए सीएससी की स्थापना 16 जुलाई 2009 को हुई थी.
इस साल सीएससी की स्थापना के 14 गौरवशाली वर्ष पूरे हुए हैं. कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय के सचिव श्री अलकेश कुमार शर्मा ने कहा, “सीएससी ने ग्रामीण नागरिकों के लिए ग्रामीण उद्यम के साथ-साथ डिजिटल समावेशन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. देश के दूर-दराज इलाकों में सरकार के मिशन को पूरा करने के लिए सीएससी की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है. भारत में सीएससी के विशाल नेटवर्क ने डिजिटल साक्षरता, टेली-मेडिसिन, बीमा, टेली-लॉ, कौशल विकास जैसी विभिन्न योजनाओं में उत्कृष्ट कार्य किया है. कॉमन सर्विस सेंटर को सरकार की डिजिटल इंडिया पहल में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है.”
उन्होंने आज कारगिल दिवस के मौके पर सैनिकों के योगदान को याद करते हुए कहा कि सीएससी के उद्यमी देश के सैनिकों की तरह काम करते हुए देश के बुनियादी चुनौतियों को दूर करते हुए शिक्षा, स्वास्थ्य, कनेक्टिविटी के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया है. उन्होंने कहा कि साल 2014 के बाद से सीएससी की संख्या 84,000 से बढ़कर करीब साढ़े पांच लाख हो गई है. माननीय सचिव ने सीएससी महिला उद्यमियों के योगदान को भी सराहा.
कार्यक्रम के दौरान पर कुछ महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. मिलिट्री हेरिटेज टूरिज्म के लिए Power Conversion Technologies (PCTI) के समझौता किया गया.
इसके तहत सैन्य उपलब्धियों से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों की टूरिज्म सेवाएं सीएससी के जरिए प्रदान की जाएंगी.
• सीएससी और पेयू के बीच वित्तीय साक्षरता के लिए समझौता किया गया. इसके तहत डिजिटल और वित्तीय साक्षरता के लिए ग्रामीण महिलाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा. • एक अन्य समझौता, सीएससी और गेल के बीच किया गया. इसके तहत गेल की गैस सेवाएं सीएससी के माध्यम से ग्रामीण नागरिकों को उपलब्ध होंगी.
अपने संबोधन में पूर्व मेजर जनरल एसपी गोस्वामी ने कहा, “सीएससी वीएलई ग्रामीण नागरिकों को सशक्त बनाकर और विभिन्न सरकारी और अन्य सेवाओं तक पहुंच के अवसर प्रदान कर रहे हैं और देश में नई क्रांति ला रहे हैं. वे विशेष रूप से ग्रामीण भारत में रहने वाले वंचितों की सेवा में सरकार के एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं.”
अतिथियों का स्वागत करते हुए सीएससी एसपीवी के प्रबंध निदेशक श्री संजय राकेश ने कहा, “सीएससी की वजह से सरकार की सुविधाएं हासिल करने के लिए शहर जाने की जरूरत नहीं पड़ती. साढ़े पांच लाख से अधिक ऐसे केंद्र देश के दूरदराज इलाकों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. हमने अपनी पहचान में Your Trusted Neighbourhood Koisk को जोड़ा है जिसका उद्देश्य है कि लोगों के बीच सीएससी के विश्वास को मजबूत करना.
वीएलई और जिला प्रबंधकों के क्षमता निर्माण को हम लगातार बढ़ा रहे हैं.” उन्होंने कहा कि वीएलई को अधिक अधिक सूचना देने के लिए भी हम अपने आईटी सिस्टम को बेहतर करने की कोशिश कर रहे हैं. “पिछले 9 सालों में सीएससी ने काफी कुछ किया है. लेकिन अभी भी हमारे अदंर काफी क्षमता छिपी है जिससे हम विकास के बहुत सारे लक्ष्य हासिल कर सकते हैं.”
कार्यक्रम के दौरान, निम्नलिखित नई योजनाओं का उद्घाटन किया गया:
• करनाल में सीएससी ड्रोन प्रशिक्षण केंद्र
• सीएससी बाल स्वास्थ्य
• एचपीसीएल नये कनेक्शन का शुभारंभ
• सीएससी टैलेंट अकादमी चंडीगढ़ का शुभारंभ
• सैन्य स्थलों को पर्यटन केंद्रों में विकसित करने का कार्यक्रम
• सीएससी ओलंपियाड सेवाएं
बैंकिंग, कौशल विकास, आधार सेवा, ईस्टोर के तहत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले 42 वीएलई को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम के दौरान, आईटी मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे.