वैश्विक महामारी कोरोना ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है. संक्रमण घटने के बजाय बढ़ता हीं जा रहा है. इस क्रम में मेडिकल से जुड़े लोग भी संक्रमण का शिकार हो रहे हैं.
करोना संक्रमण की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है, सैकड़ों की तादाद में हर रोज मरीज मिल रहे हैं. चारों तरफ लॉकडाउन का असर है सभी दुकाने, मार्केट संस्थान, ऑफिस यहां तक कि प्राइवेट हॉस्पिटल बंद है या फिर मरीजों को देख नहीं रहें है.
दुनिया के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर भी संक्रमण के दौर भयभीत हैं. वहीं कुछ डॉक्टर्स ऐसे भी हैं जो अपनी स्वेच्छा से जनसेवा भी कर रहे हैं. ऐसे हीं एक डॉक्टर हैं उमाकांत पाठक. जनसेवा की इच्छा लेकर राजधानी पटना के पोस्टल पार्क चौराहा के नजदीक नूतन चिकित्सालय के डॉ उमाकांत पाठक दिन रात अपनी क्लीनिक को खोल मरीजों का उचित देखभाल कर रहे हैं.
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर अपने सहायक, नर्स, कंपाउंडर, दवाखाना, लैब स्टाफ को साथ लेकर भारत सरकार एवं बिहार सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए मरीजों का इलाज कर रहे हैं. उमाकांत पाठक का कहना है कि इस महामारी में हमारी और दायित्व बढ़ गई है. करोना के अलावा अभी जो मौसम बदल रहे हैं उस वजह से सीजनल बुखार सर्दी खांसी होने के लक्षण ज्यादा मिल रहे हैं जिसे आम लोग काफी भयभीत है.
उन्होंने हमसे खास बातचीत में कहा कि वे उनका इलाज काफी हिम्मत के साथ कर रहे हैं. साथ हीं साथ आने वाले सभी मरीजों और उनके परिजनों को उचित सलाह भी देते हैं. वे सभी संक्रमण काल में बचने के लिए जो भी मानक तरीके हैं उन्हें अपनाने की सलाह भी दे रहे हैं.
डॉक्टर पाठक लोगों को कोरोना से बचने के लिए सलाह देते हैं कि “घर में रहे, ज्यादा बाहर ना निकले, मुंह में मास्क जरूर लगाएं, थोड़ी-थोड़ी देर में हाथ को साफ करते रहे, काढ़ा बनाकर पीयें, गरम पानी-गर्म खाना खाएं और अपने आत्मबल को बढ़ाएं. घबराएं नहीं कोरोना से लड़ना है घबराना नहीं है”.