मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज कोविड-19 के मद्देनजर किये जा रहे कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा की, इस सम्बन्ध में उन्होंने कुछ आवश्यक निर्देश भी दिए।
- प्रतिदिन 10,000 टेस्टिंग कैपेसिटी का लक्ष्य प्राप्त हो चुका है और अब टेस्टिंग की क्षमता बढ़ाते हुये प्रतिदिन 20,000 करने का लक्ष्य प्राप्त करें।
- डेडीकेटेड कोविड अस्पताल, कोविड हेल्थ सेंटर एवं कोविड केयर सेंटर्स में आइसोलेशन बेड्स की संख्या बढ़ायी जाय।
- कुछ अन्य अस्पतालों को चिन्हित कर नई सुविधायें भी सृजित किये जायें। साथ ही उपलब्ध सुविधाओं में अतिरिक्त क्षमता सृजित करने की भी कार्रवाई की जाय।
- ऑक्सीजन बेड्स की पर्याप्त संख्या सुनिश्चित करें। अभी मरीजों को प्रोटोकाॅल के अनुरूप जो सुविधायें दी जा रही हैं, उसे पूर्ण रूप से सुनिश्चित करते हुये वहां साफ-सफाई एवं सेनिटाइजेशन की पूरी व्यवस्था रखें।
- होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों को रजिस्ट्रेशन के समय पैम्फलेट के रूप में एक एडवाइजरी दी जाय ताकि वे जान सकें कि उन्हें किस प्रकार से होम आइसोलेशन में रहना है। साथ ही इसका लगातार अनुश्रवण भी किया जाय।
- वैसे मरीज जिनमें कोरोना संक्रमण के स्पष्ट लक्षण हैं या जो हाई रिस्क काॅन्टैक्ट वाले हैं, वे किसी भी चिन्हित जगह पर जाकर अपनी जांच करा सकें, ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। चिन्हित जगहों पर एंटीजन टेस्ट की भी व्यवस्था हो।
- कोरोना संक्रमण से राज्य का रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से बेहतर, डरने की कोई बात नहीं, लोग पैनिक न हों, सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के साथ ही मास्क का प्रयोग जरूर करें।
पटना, 16 जुलाई 2020:- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव के साथ कोविड-19 से बचाव के लिये किये जा रहे कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि प्रतिदिन 10,000 टेस्टिंग कैपेसिटी का लक्ष्य प्राप्त हो चुका है और अब टेस्टिंग की क्षमता बढ़ाते हुये प्रतिदिन 20,000 करने का लक्ष्य प्राप्त करें। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि डेडीकेटेड कोविड अस्पताल, कोविड हेल्थ सेंटर एवं कोविड केयर सेंटर्स में आइसोलेशन बेड्स की संख्या अविलंब बढ़ायी जाय ताकि कोरोना संक्रमित मरीजों को किसी तरह की कठिनाई न हो।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि कुछ अन्य अस्पतालों को चिन्हित कर नई सुविधायें भी सृजित किये जायें। साथ ही उपलब्ध सुविधाओं में अतिरिक्त क्षमता सृजित करने की भी कार्रवाई की जाय। उन्होंने कहा कि आवश्यकतानुसार हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने एवं स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार हेतु समुचित कार्रवाई की जाय। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन बेड्स की पर्याप्त संख्या सुनिश्चित की जाय और अभी मरीजों को प्रोटोकाॅल के अनुरूप जो सुविधायें दी जा रही हैं, उसे पूर्ण रूप से सुनिश्चित करते हुये वहां साफ-सफाई एवं सेनिटाइजेशन की पूरी व्यवस्था रखी जाय।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों को रजिस्ट्रेशन के समय पैम्फलेट के रूप में एक एडवाइजरी भी दी जाय ताकि वे जान सकें कि उन्हें किस प्रकार से होम आइसोलेशन में रहना है। साथ ही इसका लगातार अनुश्रवण भी किया जाय।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि वैसे मरीज जिनमें कोरोना संक्रमण के स्पष्ट लक्षण हैं या जो हाई रिस्क काॅन्टैक्ट वाले हैं, वे किसी भी चिन्हित जगह पर जाकर अपनी जांच करा सकें, ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। साथ ही चिन्हित जगहों पर एंटीजन टेस्ट की भी व्यवस्था हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण से राज्य का रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। लोगों को डरने की जरूरत नहीं है, वे पैनिक न हों। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमित लगातार स्वस्थ होकर अपने घर जा रहे हैं। आज भी 568 लोग स्वस्थ होकर अपने घर लौटे हैं। लोग धैर्य रखें, सचेत रहें एवं सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के साथ ही मास्क का प्रयोग जरूर करें।