पटना। दैनिक मजदूरों का स्थायीकरन, समाप्त किए गये समूह घ के पद को पुनर्बहाल करने, समान काम का समान वेतन लागू करने, चार श्रम कोड को निरस्त करने सहित ग्यारह सुत्री मांगो को लेकर बिहार के निकाय कर्मी हड़ताल पर डटे रहे।
बिहार लोकल बॉडीज कर्मचारी संघर्ष मोर्चा, बिहार स्थानीय निकाय कर्मचारी संघ के आह्वान पर बिहार के नगर निगम, नगर परिषद, नगर पंचायत के कर्मी पिछले 27 अगस्त से हड़ताल पर हैं। पटना नगर निगम के कर्मी सुबह अंचल कार्यालय पर फिर दो बजे से नगर निगम मुख्यालय पर हड़ताल के समर्थन में धरना प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन स्थल पर मोर्चा के प्रवक्ता जितेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में सभा हुई। सभा को सम्बोधित करते हुए मोर्चा के अध्यक्ष चन्द्रप्रकाश सिंह ने कहा कि हम शान्तिपूर्ण तरीके से आन्दोलन में हैं। प्रशासन दंडात्मक कार्रवाई की धमकी देकर और जबरन रात में चोरो की तरह कंही कंही मुख्य सड़क से कूड़ा उठाकर हड़ताल को कमजोर बताने की साजिश कर रही है। प्रशासन को हम चुनौती देते हैं हमारे कर्मी प्रतिदिन पटना से ग्यारह मीट्रिक टन कूड़ा उठाते थे, प्रशासन बता दे वो कितने टन कूड़ा उठा रहा है।
मोर्चा के उपाध्यक्ष सिटू नेता गणेश प्रसाद सिंह ने कहा कि सरकार मजदूर विरोधी पदाधिकारी के बहकावे में न आये और स्वयं संज्ञान लेते हुए निगमकर्मियों के मांगो को पूरा कर हड़ताल समाप्ति की ओर पहल करे। समन्वय समिति के संयोजक मँगल पासवान ने कहा कि हर हड़ताल में कुछ अपने को मजदूर का हितैषी बताने वाला ही हड़ताल में विरोध मे दुष्प्रचार करता है लेकिन वैसे लोगो का कोई वजूद नही है।