पटना, 8 जून । बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी दलों की होने वाली बैठक को लेकर विधानमंडल में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार निशाना साधते हुए कहा कि इस बैठक को लेकर मुख्यमंत्री की विवशता और लाचारी साफ दिखाई दे रही।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने भ्रष्टाचारियों के जुटान शिमला में नहीं हो इस कारण बैठक की अनुमति नहीं मिली।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह गंवारा नहीं था कि भ्रष्टाचारियों की बैठक शिमला में हो, लेकिन स्वार्थ और महत्वकांक्षा के कारण नीतीश कुमार बिहार में यह बैठक करा रहे हैं। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि बिहार की जनता को इससे क्या लाभ होगा?
उन्होंने कहा कि आखिर पुल का पैसा पानी में कब तक बहेगा। उन्होंने कहा कि जब भ्रष्टाचार का जब बोलबाला है तो फिर बिहार में निवेशक कैसे आयेंगे।
श्री सिन्हा ने और स्पष्ट करते हुए कहा कि कांग्रेस के लोग समझ रहे हैं कि बिहार के दो दल हमसे भी बड़े भ्रष्टाचारी है, इस कारण अगर वे शिमला आ गए तो यहां की स्थिति भी बिहार वाली हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि बिहार में पहले से ही 9 दलों का परोक्ष और अपरोक्ष रूप से गठबंधन है फिर भी सभी एक दूसरे के साथ नहीं है। जब बिहार में ही एकमत नहीं हो पा रहे हैं तो राष्ट्रीय स्तर पर कहा से एकमत ही पाएंगे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस भी विपक्षी एकता को तवज्जो नहीं दे रही। उन्होंने कहा कि जेपी जिन भ्रष्टाचारी कांग्रेस मुक्त देश, जातिविहीन समाज की कल्पना की थी, उनके दो शिष्य के जरिए कांग्रेस युक्त देश बनाने के लिए कांग्रेस ने बिहार की धरती को चुना है। कांग्रेस की मंशा जेपी के सपने को उन्ही की धरती पर तोड़ा जा सके। वैसे, बिहार की जनता कभी ऐसे लोगों को माफ नहीं करेगी और समय आने पर ऐसे लोगों को सबक सिखाएगी।