बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के केंद्र सरकार पर राशि में कटौती संबंधी बयान पर कहा है कि आरोप निराधार एवं तथ्यहीन हैं। सरकार को अपनी नाकामयाबी को दूसरे के मत्थे मढ़ने से बाज आना चाहिए।
श्री सिन्हा ने कहा कि बिहार सरकार की सभी योजनाओं में कमीशन खोरी एवं भ्रष्टाचार चरम पर है। सात निश्चय की सभी योजनाएं असफल हो गई हैं। हजारों करोड़ के लागत से चल रही कई योजनाएं लूट का जरिया बन कर रह गयी हैं। इसका जीता जागता उदाहरण है नल जल योजना और जल जीवन हरियाली योजना। ये योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी हैं। ऐसे में सरकार अपने तंत्र को सुदृढ़ करने के बजाय केंद्र के नाम पर रोना रो रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार बिहार को लगातार मदद कर रही है। स्वयं मुख्यमंत्री भी केंद्र से भरपूर सहयोग की बात पूर्व में कह चुके हैं। लेकिन अतिमहात्वाकांक्षा और अहंकार के वशीभूत होकर नीतीश सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त होकर अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए केंद्र सरकार के नाम पर ठीकरा फोड़ रही है।
श्री सिन्हा ने कहा कि बिहार में वर्तमान सरकार द्वारा नई योजनाओं के नाम पर लोक धन का अपव्यय किया जा रहा है। पुरानी योजनाओं की समीक्षा करने के बाद ही गुण दोष के आधार पर नई योजनाओं का सृजन होना चाहिए। अपनी कमी को ठीक करने के बजाय सरकार केंद्र को दोष देने में लगी है।