मुख्यमंत्री के समक्ष वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पर्यटन विभाग ने प्रस्तुतीकरण दिया
- बिहार में पर्यटन को और बढावा देने के लिए कई कार्य किये जा रहे हैं। यहां धार्मिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक एवं अन्य बेहतर स्पॉट हंै, जिन्हें चिन्हित कर लोगों को जानकारी उपलब्ध करायी जाए।
- इको टूरिज्म के लिये भी बहुत सारी जगहों को विकसित किया गया है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग इसके लिये अलग सोसायटी बनाकर इसका संरक्षण करेगी।
- बिहार में सभी धर्मों से संबंधित महत्वपूर्ण स्थल हैं जहां देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं। पर्यटकों की सुविधा के लिए अच्छी सड़कों के निर्माण के साथ-साथ अन्य व्यवस्थाओं को भी विकसित किया गया है।
- ऐतिहासिक, धार्मिक, शैक्षणिक, पुरातात्विक एवं वैज्ञानिक स्थलों को एक साथ चिन्हित कर काम किया जाय तो पर्यटन की और संभावनायें विकसित हो सकती हंै।
- रोजगार सृजन में पर्यटन की महत्वपूर्ण भूमिका है।
पटना 20 अगस्त 2020:- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष 1 अणे मार्ग स्थित नेक संवाद में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधान सचिव पर्यटन विभाग संजय कुमार ने बिहार टूरिज्म पॉलिसी के संबंध में विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया। प्रधान सचिव पर्यटन द्वारा बिहार में पर्यटन को बढावा देने के लिए विस्तृत कार्य योजना की जानकारी दी गई।
प्रस्तुतीकरण के पश्चात मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या 3 करोड़ से ज्यादा है। राजगीर, बोधगया और वैशाली में सबसे ज्यादा विदेशी पर्यटक आते हैं। रोजगार सृजन में पर्यटन की महत्वपूर्ण भूमिका है। बिहार में पर्यटन को और बढावा देने के लिए कई कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां धार्मिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक एवं अन्य बेहतर स्पॉट है, जिन्हें चिन्हित कर लोगों को जानकारी उपलब्ध करायी जाए। उन्होंने कहा कि इको टूरिज्म को लेकर भी कई कार्य किये गये हैं। इको टूरिज्म के लिये भी बहुत सारी जगहों को विकसित किया गया है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग इसके लिये अलग सोसायटी बनाकर इसका संरक्षण करेगी। उन्होंने कहा कि पहले प्रकाश पर्व में कितने लोग आते थे और आज कितने लोग आ रहे हैं। साइंस सिटी का निर्माण किया जा रहा है। बिहार म्यूजियम को देखने के लिये बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं। पटना म्यूजियम का भी विस्तार किया जा रहा है। इन सब जगहों पर पर्यटन की काफी संभावनायें हैं। मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिये खानकाह-ए-मुजीबिया, खानकाह-ए-मुनीमिया और मनेर शरीफ में भी सुविधायें बढ़ायी गयी है। उन्होंने कहा कि बिहार में कई ऐसे ऐतिहासिक विरासत हंै, जिसे भी काफी लोग देखने समझने आते हैं। यहां सभी धर्मों से संबंधित महत्वपूर्ण स्थल हैं जहां देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं। पर्यटकों की सुविधा के लिए अच्छी सड़कों के निर्माण के साथ-साथ अन्य व्यवस्थाओं को भी विकसित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में पर्यटन की संभावनाओं को विकसित करने की अभी काफी गुंजाइश है। यदि आप ऐतिहासिक, धार्मिक, शैक्षणिक, पुरातात्विक, वैज्ञानिक स्थलों को एक साथ चिन्हित कर काम करेंगे तो पर्यटन की और संभावनायें विकसित हो सकती है।
प्रस्तुतीकरण के दौरान मुख्य सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे, जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पर्यटन मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि, प्रधान सचिव पर्यटन विभाग संजय कुमार जुड़े हुए थे।