स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गांधी मैदान में झंडोत्तोलन किया. इस दौरान डिप्टी सीएम सुशील मोदी समेत राज्य की अलग-अलग पार्टियों के कई नेता उपस्थित रहे. कोरोना संक्रमण की वजह से गांधी मैदान में हर साल के मुकाबले कम लोग रहे. इसके बाद सीएम नीतीश ने मास्क लगाकर 11 टुकड़ियों की परेड की सलामी ली. कोरोना संक्रमण के चलते इस बार सिर्फ पासधारक ही गांधी मैदान समारोह में पहुंचे. इस बार झांकियां नहीं निकलीं. स्कूल-कॉलेज बंद हैं। ऐसे में कोरोना के साये के बीच राजधानीवासी घरों में रहकर ही आजादी का पर्व मना रहे हैं.
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इस बार गांधी मैदान में कोरोना योद्धाओं को ससम्मान बैठाने के लिए पंडाल में अलग दीर्घा का निर्माण किया गया. कोरोना सेनानी के रूप में डॉक्टर, नर्स, लैब टेक्नीशियन, प्लाज्मा डोनर, एंबुलेंस चालक, पुलिस, सफाई कर्मी प्रशासनिक पदाधिकारी आदि को शामिल किया गया. गर्मी को देखते हुए मैदान में मेडिकल टीम को आवश्यक दवा एवं एंबुलेंस के साथ तैनाती की गई. गांधी मैदान में होने वाले झंडोत्तोलन के मुख्य कार्यक्रम में 10 वर्ष से कम और 60 साल से ऊपर के बुजुर्ग को प्रवेश पर प्रशासन ने रोक लगा दी थी. यह रोक कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए किया गया था. ऐसे लोगों को झंडोतोलन कार्यक्रम में नहीं आने की सलाह दी गई थी, जिनमें कोरोना के लक्षण हैं. गांधी मैदान में मास्क पहनकर आने वाले को ही प्रवेश दिया गया.
सीएम नीतीश परेड निरीक्षण और झंडोत्तोलन के बाद अपने संबोधन में बोले कि बिहार की जनता ने अगर फिर मौका दिया तो हर खेत तक पानी पहुंचाउंगा. बिहार में किसान का कोई खेत बिना पानी का नहीं होगा. वहीं उन्होंने कहा कि राज्य के उत्कृष्ट खिलाड़ियों को बिहार सरकार नौकरी देगी. 250 पदों पर जल्द नियुक्ति होगी. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग में 4997 नर्सों और 4000 चिकित्सकों की नियुक्ति शीघ्र की जाएगी।काष्ठ आधारित उद्योगों के विकास के लिए अलग से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी, इसकी नीति भी शीघ्र तैयार कर दी जाएगी. कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए लोगों के द्वारा प्लाज्मा दान करने पर हर एक को 5000 की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. इस अवसर पर सीएम ने प्लाज्मा दाताओं को सम्मानित किया. कोरोना के कारण ही पहली बार गांधी मैदान में झांकी नहीं निकाली गई.
मुख्यमंत्री ने कहा कि नियोजित शिक्षकों की बेहतर सेवा शर्त के लिए नई नियमावली बनाई जा रही है. इसे शीघ्र लागू किया जाएगा. इन शिक्षकों को कर्मचारी भविष्य निधि का भी लाभ दिया जाएगा. ग्राम पंचायतों में नए स्थापित उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 33 हजार 916 शिक्षकों की नियुक्ति का विज्ञापन शीघ्र जारी होगा. उन्होंने यह भी घोषणा किया कि विश्वविद्यालय सेवा आयोग को 4000 विश्वविद्यालय-कॉलेज शिक्षकों की नियुक्ति के लिए एक माह के अंदर अधियाचना भेज दी जाएगी. इन शिक्षकों की नियुक्ति के लिए बनी नियमावली में आवश्यक संशोधन भी किया जाएगा.
उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत में डॉक्टरों और कोरोना वॉरियर्स के जज्बे को बधाई दी. सीएम ने कहा कि बिहार ने सबसे पहले 23 मार्च को लॉकडाउन का ऐलान किया था जबकि देश में 25 मार्च से लागू हुआ. बिहार सरकार केंद्र के गाइडलाइन को पालन करती है.
सीएम नीतीश ने कहा कि बिहार ने कोरोना जांच की बेहतर व्यवस्था हुई है. पहले 20 हजार लोगों की जांच की सोच थी पर कोरोना का प्रभाव बढ़ने के साथ ही जांच बढ़ाई गई और अब हर दिन 1 लाख 20 हजार जांच हो रही है. इलाज के लिए तीन स्तरीय व्यवस्था की गई है. जरूरत के अनुसार दवा और बेड की व्यवस्था की गई है. कॉल सेंटर के जरिए भी जानकारी दी जा रही है.
सीएम ने कहा कि बाहर फंसे हुए लोगों के खातों में एक-एक हजार रुपये डाले और नवंबर तक राशन कार्डधारी को मुफ्त अनाज दिया जाएगा. सीएम नीतीश ने बताया कि 23 लाख 1 हजार लोगों को राशन कार्ड वितरित किया गया है.
सीएम नीतीश ने बाढ़ पर कहा कि अत्यधिक बारिश और नेपाल के कारण बाढ़ के हालात हैं और 16 जिलों में लगभग 81 लाख लोग इससे प्रभावित हैं. राज्य सरकार बाढ़ राहत के लिए लगातार काम कर रही. उन्होंने कहा कि बिहार के खजाने पर पीड़ितों का पहला अधिकार है और मैंने जब से सत्ता संभाली तबसे इसे मंत्र माना है. लोगों को 6 हजार खाते में दिये जा रहे हैं.
नीतीश कुमार ने बिहार में लॉ एंड ऑर्डर बेहतर बताते हुए कहा कि पहले बिहार में कितना अपराध था सबको पता है. संज्ञेय अपराध का दर राष्ट्रीय दर से काफी कम है. अपराध के मामले में बिहार 23 वें स्थान पर है. बिहार में अपराध के 60 प्रतिशत मामला भूमि विवाद के कारण है. इसे खत्म करने के लिए 6308 अमीन की बहाली की गई है. पैतृक बंटवारा अब बिहार में सिर्फ 100 रु में होता है. दाखिल खारिज का अभियान बिहार की तस्वीर बदल रहा है. लोक सेवा निवारण अधिनियम से लोगों को बड़ी राहत मिली है. अब तक 23 करोड़ 88 लाख मामलों का निपटारा हुआ है. अब लोगों की परेशानी तय सीमा में खत्म हो रही. अब राशन कार्ड भी तय सीमा में बनेगा. बिहार में आधारभूत संरचना का व्यापक विकास हुआ है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि 6047 पुलों का निर्माण बिहार में हुआ है. बिहार में राज्य पथ का बड़ा जाल बिछाया गया है. अब बिहार के किसी कोने से पटना 5 घंटे में पहुचने का लक्ष्य है. 6 घण्टे में पटना पहुंचने के लक्ष्य पूरा हो गया है. नीतीश ने एकबार अपनी बात दोहराई कि मैंने कहा था कि बिजली घर तक नहीं पहुंची तो वोट नहीं मांगूंगा, हमने अपना वादा तय समय में पूरा किया.
नीतीश कमार ने कहा कि समाज सुधार के क्षेत्र में बड़े काम हो रहे हैं. शराबबन्दी ने बिहार को बदल कर रख दिया. कुछ दाएं बाएं करते रहते है पर कठोर कार्रवाई हो रही है. अक्टूबर तक बिहार के हर घर तक पहुंच जाएगा नल का जल. पर्यावरण क्षेत्र में बिहार की बदल रही है तस्वीर. इसबार 20 करोड 47 लाख पौधे लगाए गए है.