मंहगाई व भ्रष्टïाचार से ध्यान भटकाने के लिए सीएम निकाल रहे समाज सुधार यात्रा

पटना। बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि नीतीश कुमार 22 दिसंबर से जो समाज सुधार यात्रा निकाल रहे हैं उससे पहले जेडीयू को यह बताना चाहिए कि नीतीश कुमार कौन सा और किस तरह का सुधार समाज करना चाहते हैं। यात्रा से पहले तो उन्होंने अपने अधिकारियों और नेताओं को ही नहीं सुधारा है और अब आम लोगों को सुधारने की बात कैसे करते हैं । जब शराबबंदी को लेकर उनके गठबंधन और पार्टी के अंदर ही गहरे मतभेद हैं। जहां एक और एनडीए गठबंधन के नेता जीतन राम मांझी शराबबंदी कानून में सबसे बड़ा अड़चन अधिकारियों और नेताओं को ही बता रहे हैं वहीं दूसरी ओर जनता दल यू के विधायक भागलपुर के सांसद पर ही शराब बेचने का आरोप लगाते हैं और सरकार की ओर से इस दिशा में कोई जांच नहीं की जाती है। काराकाट के सांसद पर शराब माफि या के साथ पार्टी करते हुए दिखते हैं लेकिन उस पर पार्टी की ओर से कोई पूछताछ नहीं की जाती है। जिन महिलाओं के नाम पर मुख्यमंत्री शराबबंदी कानून का क्रेडिट ले रहे हैं आज शराबबंदी के नाम पर सबसे ज्यादा उन्ही महिलाओं को पुलिस के द्वारा प्रताडऩा का शिकार होना पड़ रहा है। एजाज ने आगे कहा कि बिहार में छोटे छोटे बच्चे नशीले पदार्थों का सेवन करते हुए पटना के विभिन्न सड़कों पर देखे जा सकते हैं और उन पर सरकार की कोई निगाह नहीं है और न ही रोकने की दिशा में दिशा निर्देश है। एजाज ने कहा कि सरकार के मुखिया नीतीश कुमार अपना चेहरा समाज सुधार के नाम पर चमकाने के लिए कर्मचारियों जीविका दीदियों,आशा तथा अन्य लोगों का सहारा लेकर सभा का प्रोग्राम बनाया गया है।

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