मुख्यमंत्री ने 1 लाख 14 हजार 138 विशिष्ट शिक्षकों को प्रदान किया नियुक्ति पत्र

मुख्यमंत्री ने की घोषणा- जो नियोजित शिक्षक जिस जगह पर काम कर रहे हैं, सरकारी शिक्षक बनने के बाद उसी स्थान पर तत्काल काम करते रहेंगे।

पटना, 20 नवम्बर 2024 मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज अधिवेशन भवन में आयोजित कार्यक्रम में सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण 1 लाख 14 हजार 138 विशिष्ट शिक्षिकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। इसके अंतर्गत 98 हजार 349 प्रारंभिक शिक्षक, 12 हजार 524 माध्यमिक शिक्षक तथा 3 हजार 265 उच्च माध्यमिक शिक्षक शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने सांकेतिक रूप से संध्या कुमारी, रजनीश कुमार, अंजलि रानी, धर्मेंद्र राम, मेदिनी बाला एवं धनेश्वर सिंह को कार्यक्रम के दौरान नियुक्ति पत्र प्रदान किया। इस अवसर पर शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ करने के पश्चात् अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के विशेष कार्यक्रम में आप सब उपस्थित हैं, मैं आपसब का स्वागत करता हूं, आप सबका अभिनंदन करता हूं। आप सब यहां पर आए हैं, यह बड़ी खुशी की बात है। आपलोगों को मालूम है कि राज्य सरकार के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में पहले से कई कदम उठाए गए हैं और आज भी कई कार्य किए जा रहे हैं।

यह बहुत खुशी की बात है कि जो नियोजित शिक्षक थे उनको सक्षमता परीक्षा पास कराने का अवसर प्रदान किया जा रहा है। वर्ष 2005 के नवंबर माह में जब हमलोग सरकार में आए थे तब से शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून-व्यवस्था, आवागमन सहित सभी क्षेत्रों में बेहतरी के लिए काम किया जा रहा है। पहले शाम में कोई घर से बाहर नहीं निकलता था, कहीं-कोई रास्ता नहीं बना हुआ था। जब हम सांसद थे और केंद्र में मंत्री थे और उस समय अपने इलाके में घूमते थे तो पैदल ही चलना पड़ता था लेकिन अब लोगों के लिए आवागमन काफी सुलभ बनाया गया है। उन्होंने कहा कि बहुत खुशी की बात है कि आज के इस कार्यक्रम में नियोजित शिक्षक सक्षमता परीक्षा पास कर अब सरकारी शिक्षक बन गये हैं, उन्हें आज नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है, मैं इन सभी शिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनायें देता हूँ। आप सब जानते हैं कि पूर्व में शिक्षकों की अत्यधिक कमी होने के कारण वर्ष 2006-07 से पंचायत एवं नगर निकायों के माध्यम से बड़े पैमाने पर नियोजित शिक्षकों की नियुक्ति की गयी जिनकी कुल संख्या लगभग 3 लाख 67 हजार 143 है। वर्ष 2023 में बिहार लोक सेवा आयोग से नये शिक्षकों की नियुक्ति शुरू की गयी जिसमें 28 हजार नियोजित शिक्षक से सरकारी शिक्षक हो गये। बचे हुये नियोजित शिक्षक, सरकारी शिक्षक बनने की माँग कर रहे थे, तो वर्ष 2023 में ही तय कर दिया गया कि अलग से एक मामूली परीक्षा लेकर नियोजित शिक्षकों को सरकारी शिक्षक बनने का अवसर दिया जायेगा और इसके लिए 5 मौके दिये जायेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक 2 परीक्षाओं का आयोजन हो चुका है। पहली सक्षमता परीक्षा का आयोजन किया गया जिसमें 1 लाख 87 हजार 818 नियोजित शिक्षक पास हुये हैं,जिनके प्रमाण-पत्रों की जाँच चल रही है। अब तक 1 लाख 14 हजार 138 सरकारी शिक्षकों के प्रमाण-पत्र सही पाये गये हैं, आज उन्हें नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है। बचे हुये शिक्षकों के प्रमाण-पत्रों की जाँच जारी है। शिक्षा विभाग कार्य को तेजी से पूर्ण करे। उन्होंने कहा कि दूसरी सक्षमता परीक्षा आयोजित की गयी जिसका पिछले सप्ताह रिजल्ट भी आ गया है इसमें 65 हजार 716 नियोजित शिक्षक पास हुये हैं जिनके प्रमाण-पत्रों की भी जाँच कारायी जायेगी और नियुक्ति पत्र वितरण किया जायेगा। इसके बाद 85 हजार 609 नियोजित शिक्षक शेष बचे हैं जिनको तीन परीक्षाओं में बैठने के मौके दिये जायेंगे। बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा नये शिक्षकों की लगातार नियुक्ति की जा रही है। वर्ष 2023 में सरकार ने निर्णय लिया कि अब नये शिक्षकों की नियुक्ति बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा की जाय। अब तक दो चरणों में 2 लाख 17 हजार 272 सरकारी शिक्षकों की बहाली की गयी है, जिन्हें नियुक्ति पत्र दिया जा चुका है। तीसरे चरण में नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है जिसका रिजल्ट पिछले सप्ताह घोषित किया गया है जिसमें शिक्षक के नये पदों पर 38 हजार 900 अभ्यर्थी परीक्षा पास हुये हैं। हेडमास्टर के नये पदों पर 42 हजार 918 अभ्यर्थी पास हुए हैं। इन सभी को कुछ ही दिनों बाद नियुक्ति पत्र दिया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 से ही हम बिहार के विकास में लगे हुये हैं। सर्वप्रथम शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया गया है। पहले शिक्षा का क्या हाल था? पहले पढ़ाई नहीं होती थी, स्कूलों की कमी थी और शिक्षकों की कमी थी इसलिए सबसे पहले अनेक नये स्कूल खोले गये और कई स्कूलों में नये क्लास रूम बनाये गये। वर्ष 2006-07 में लड़के और लड़कियों के लिए पोशाक योजना शुरू की गयी। वर्ष 2008 में 9वीं क्लास की लड़कियों को विद्यालय जाने के लिए साइकिल योजना चलायी गयी, बाद में वर्ष 2010 से लड़कों को भी साइकिल दी गयी। उन्होंने कहा कि बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सभी पंचायतों में उच्च माध्यमिक विद्यालय (10+2 स्कूल) खोले गये। लड़कियों को बारहवीं पास करने पर पहले 10 हजार मिलते थे जिसे बढाकर अब 25 हजार रुपये कर दिया गया है, वहीं ग्रेजुएट पास होने पर 25 हजार से बढाकर अब 50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। अब लड़कियाँ भी खूब पढ़ रही हैं और स्कूलों में लड़के और लड़कियों की संख्या लगभग बराबर हो गयी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नियोजित शिक्षकों को सरकारी शिक्षक बनने पर उन्हें बधाई देता हूँ। शिक्षा विभाग जिन पदों पर नयी बहाली बाकी है उसे जल्दी पूरा करे। साथ ही नियोजित शिक्षकों के लिए आयोजित की जानेवाली तीन परीक्षाओं को भी जल्दी आयोजित किया जाय। उन्होंने कहा कि नियोजित शिक्षक अपने नये पदस्थापन को लेकर परेशान हैं, इसलिए हमलोगों ने निर्णय लिया है कि जो नियोजित शिक्षक जिस जगह पर काम कर रहे हैं, तत्काल सरकारी शिक्षक बनने के बाद उसी स्थान पर काम करते रहेंगे और इनके नये पदस्थापन पर बाद में निर्णय लिया जायेगा। हमलोग आपलोगों के हक में काम करते हैं और आगे भी करते रहेंगे। आज के इस आयोजन के लिए मैं शिक्षा विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मियों को धन्यवाद देता हूं। यहां उपस्थित आप सभी लोगों को भी धन्यवाद देता हूं। आप सभी शिक्षक हाथ उठाकर बतायें कि बच्चों को खूब अच्छे ढंग से पढ़ाइएगा। आपने हाथ उठाकर अपनी सहमति दी, इसके लिये आपसबों को धन्यवाद। हमलोग चाहते हैं कि आपलोग खूब आगे बढ़िए। आज सभी जिलों में बहाली की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। वहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े हुए नियुक्ति पत्र पानेवाले शिक्षकों को बधाई और शुभकामनायें देता हूं। आप सबलोग खूब बुलंदी से रहिए और बच्चों को अच्छे ढंग से पढ़ाइए।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ ने पुस्तक भेंट कर स्वागत किया।
कार्यक्रम के दौरान नियुक्ति पत्र प्राप्त करनेवाली एक विशिष्ट शिक्षिका ने मुख्यमंत्री को उनकी बनाई गई तस्वीर भेंट की।

कार्यक्रम को उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, ऊर्जा सह योजना एवं विकास मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, शिक्षा मंत्री सुनील कुमार एवं शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ ने भी संबोधित किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार, भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना प्रमंडल के आयुक्त मयंक बरबड़े, शिक्षा विभाग के सचिव बैद्यनाथ यादव सहित शिक्षा विभाग के अन्य वरीय अधिकारीगण, नियुक्ति पत्र प्राप्त करनेवाले विशिष्ट शिक्षकगण उपस्थित थे जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जन प्रतिनिधिगण, पदाधिकारीगण, नियुक्ति पत्र प्राप्त करनेवाले विशिष्ट शिक्षकगण और अन्य गणमान्य व्यक्ति जुड़े हुए थे।

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