आईपीएल के 13वें सीजन के 41वें मैच में शुक्रवार रात महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली चेन्नई सुपर किंग्स ने मुंबई इंडियंस के आगे पूरी तरह सरेंडर कर दिया. इसके साथ ही चेन्नई आईपीएल के 13 वर्षों के इतिहास में पहली बार प्ले ऑफ की रेस से ‘बाहर’ रह सकती है. चेन्नई ‘करो या मरो’ के अभियान पर थी, लेकिन चेन्नई का निराशाजनक प्रदर्शन जारी रहा. टीम के बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन के चलते मुंबई के खिलाफ टीम 20 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 114 रन ही बना सकी. जवाब में मुंबई की टीम ने इस लक्ष्य को बिना कोई विकेट गंवाए 12.2 ओेवर में ही हासिल कर लिया. आईपीएल के इतिहास में चेन्नई पहली बार 10 विकेट से हारी है.
शारजाह में खेले गए इस मैच में मुंबई इंडियंस की टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. पहले बल्लेबाजी करने उतरी चेन्नई की शुरुआत बेहद खराब रही और पावरप्ले खत्म होते-होते सीएसके की आधी टीम पवेलियन लौट गई, टीम की तरफ से सैम कुर्रन ने 52 रनों की पारी खेलकर चेन्नई को 20 ओवर में 114 रनों के स्कोर तक पहुंचाया. मुंबई की तरफ से ट्रेंट बोल्ट ने शानदार गेंदाबजी करते हुए 4 विकेट अपने नाम किए. रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में मुंबई की ओर से 115 रनों के लक्ष्य का पीछा करने के लिए क्विंटन डिकॉक (नाबाद 46) और ईशान किशन (नाबाद 68 रन, 37 गेंदों में, 5 छक्के, 6 चौके ) की सलामी जोड़ी उतरी. दोनों ने आसानी से लक्ष्य को हासिल कर लिया. ईशान किशन ने 29 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया.
थोनी ने मुंबई के खिलाफ मिली हार के बाद कहा, ‘यह चोट पहुंचाता है. हमको देखने की जरूरत है कि क्या गलत हुआ है. यह साल हमारा साल नहीं था. इस साल सिर्फ एक या दो मैचों में ही हमने बैटिंग और बॉलिंग दोनों अच्छी करी बस. आप 10 विकेट से हारते है या फिर 8 विकेट से यह मायने नहीं रखता है. मुझे लगता है कि दूसरा मुकाबला पूरी तरह से गेंदबाजों का था. हमारी बैटिंग इस साल नहीं चली. रायुडू चोटिल हो गए और बाकी बल्लेबाज अच्छा परफॉर्म नहीं कर सके, जिसके चलते बैटिंग ऑर्डर पर प्रेशर बढ़ता चला गया. जब ओपनर अच्छी शुरुआत देने में नाकाम रहते हैं, तो मि़डिल ऑर्डर के बल्लेबाजों पर काफी दबाव पड़ जाता है. क्रिकेट में जब आप एक मुश्किल दौर से गुजर रहे होते हैं, तो आपको लक की भी जरूरत होती है, लेकिन इस टूर्नामेंट में हमारे पक्ष में कुछ भी नहीं रहा.’
मौजूदा आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स की कहानी नहीं बदली. उसे एक और हार का सामना करना पड़ा. यह उसकी 8वीं हार रही और अंक तालिका में सबसे नीचे रहकर उसने अपने प्रशंसकों को गहरा झटका दिया. चेन्नई की टीम इससे पहले तक आईपीएल में जब भी खेली, प्ले ऑफ तक जरूर पहुंची, लेकिन इस बार वह कोई कारनामा नहीं कर पाई. वह तीन बार की विजेता और पांच बार की उपविजेता है, लेकिन इस बार उसके 11 मैचों में केवल 6 अंक हैं. यानी अगले 3 मैच जीतकर भी उसके कुल 12 अंक ही रहेंगे. ऐसे में वह प्ले ऑफ की रेस में पहुंचने की उम्मीद नहीं कर सकती.