जनाधिकार पार्टी के पप्पू यादव सुबह से शाम तक कई जगहों पर जा कर छठ व्रतियों को सुप नारीयल,पांच तरह के फल ,को वितरण किया।
लोकआस्था का महापर्व छठ पुजा लोग बहुत ही धुम धाम से पुरे देश भर लोग मना रहे है। आज वही जनाधिकार पार्टी के पप्पू यादव सुबह से शाम तक कई जगहों पर जा कर छठ व्रतियों को सुप नारीयल,पांच तरह के फल और साड़ी ,को वितरण किया।
लोग बहुत ही प्रभावित हुए ऐसा नेक कार्य को देख कर लोग बहुत खुश नजर आ रहे थे।
आज शाम को भी पप्पु यादव ने कई जगहों पर जा कर प्रसाद पाने का कार्यक्रम को रखा।सबसे पहले प्रसाद पटेलनगर आयकर आधकारी नीरज कुमार श्रीवास्तव के घर जा कर प्रसाद को ग्रहण किया।
प्रसाद पाने के लिए महासचिव एजाज अहमद,राजेश रंजन और कई लोगो ने बढ़ चढ़ कर हिस्सेदारी किया।
गौरतलब है कि सूर्योपासना का महापर्व छठ पूर्वी भारत का मुख्य त्यौहार है। उत्तर प्रदेश और बिहार में छठ पूजा को डाला छठ के नाम से भी जाना जाता है। इस पूजा में भगवान भास्कर (सूर्य) की अराधना एंव उपासना का विषेश महत्व है। यह एक मात्र व्रत है जिसमें सूर्य भगवान के उदय एंव अस्त होने पर अराधना की जाती है। । बिहार में इस पर्व को सभी राजनीतिक दल के लोग खास तवज्जो देते हैं और छठ व्रतीयों कि मदद करते हैं ..
छठ पर्व तैयारी …….
चार दिनों का महापर्व छठ
चार दिनों तक चलने वाला यह पर्व बड़ा ही कठिन है। इसमें शरीर और मन को पूरी तरह साधना पड़ता है। इसलिए इस पर्व को हठयोग भी माना जाता है। इस लम्बे अंतराल में व्रतधारी पानी भी ग्रहण नहीं करते। छठ पूजा के पहले दिन ‘नहाए-खाए’ का रिवाज है।
इसमें व्रती पवित्र गंगा में स्नान करने के बाद गंगा जी के जल से ही प्रसाद बनातीं हैं। नहाए-खाए के दूसरे दिन कार्तिक शुक्ल पंचमी को खरना किया जाता है। पंचमी को दिनभर खरना का व्रत रखने वाले व्रती शाम के समय गुड़ से बनी खीर, रोटी और फल का सेवन प्रसाद रूप में करते हैं।
व्रती 36 घंटे का निर्जला व्रत करते हैं। व्रत समाप्त होने के बाद ही व्रती अन्न और जल ग्रहण करते हैं। खरना पूजन से ही घर में देवी षष्ठी का आगमन हो जाता है। इस प्रकार भगवान सूर्य के इस पावन पर्व में शक्ति व ब्रह्मा दोनों की उपासना का फल एक साथ प्राप्त होता है।