लोक आस्था का महापर्व छठ आज उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हो गया पूरे देश में यह पर्व बहुत हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
गयाजी में इस बार डैम बनने से फल्गु नदी में जल का स्तर काफी अच्छा था। प्रत्येक साल की भांति इस वर्ष जल स्तर में वृद्धि देखी गई। इससे गया के निवासियों में काफी खुशी थी। चार दिवसीय महापर्व आज उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हो गया।
ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और रेणुका ग्लोबल स्कूल गया शाखा के संचालक उमा शंकर ने 4 दिवसीय छठ महापर्व का प्रथम बार शुरुआत किया। दिनांक 30 अक्टूबर 2022 को सूर्य के अस्ताचल रूप का अर्घ्य दिया और दिनाक 31 अक्टूबर 2022 को उदयमान सूर्य की उपासना किया। उमा शंकर जी ने बताया की पहली बार छठ महापर्व कर के बहुत अच्छा लगा और बिहार सरकार को बहुत बहुत धन्यवाद कहा।
उन्होंने बताया की इस साल गया जी डैम की वजह से मोक्ष दायिनी फल्गू जी का जल स्तर बहुत अच्छा है। पहले नदी में पानी और समुचित ववस्था नही होने की वजह से छठ व्रतियों को काफी मुश्किलों सामना करना पड़ता था। गया निवासी रूपम सिन्हा ने भी इस बार की व्यवस्था पर काफी हर्ष व्यक्त किया है।