पटना, 22 जून– राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष-सह- प्रदेश अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह ने इंटरनेशनल ट्रेड यूनियन कनफेडरेशन (आईटीयूसी) के पत्र दिनांक 19 जून 2023 एवं केंद्रीय श्रमिक संगठनों द्वारा अपनी बैठक दिनांक 19 जून 2023 में लिए गए फैसले का हवाला देते हुए कहा है कि पटना में हो रहे एल20 शिखर सम्मेलन का आयोजन केंद्र सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय श्रम मानक का उल्लंघन करते हुए एक तरफा निर्णय लेकर अपने पसंद के संगठन को अध्यक्षता के लिए चुना है एवं अपने समर्थक एवं फर्जी संगठन के नेताओं को आमंत्रित किया है।
जबकि इस सम्मेलन से संबंधित अध्यक्षता, श्रमिक संगठनों को आमंत्रण एवं एजेंडा आदि तय करने का अधिकार आईटीयूसी का है। इसी आधार पर 2008 से लगातार जी20 देशों में एल20 शिखर सम्मेलन का आयोजन इंटरनेशनल ट्रेड यूनियन कन्फेडरेशन (आईटीयूसी) द्वारा किया जाता रहा है। पिछले वर्ष 2022 में निर्धारित अंतर्राष्ट्रीय श्रम मानक के आधार पर ही यह सम्मेलन आईटीयूसी के द्वारा इंडोनेशिया में आयोजित किया गया था।
श्री सिंह ने स्पष्ट किया है कि आईटीयूसी के अनुसार इस एल20 शिखर सम्मेलन में जी20 देशों से भाग लेने वाले श्रमिक नेताओं के यूनियनों की न तो वैश्विक पहचान है और न आईटीयूसी से उनकी संबद्धता है। ऐसी स्थिति में एल20 शिखर सम्मेलन की वैध एवं असली बैठक अलग से आईटीयूसी द्वारा आयोजित की जाएगी।
जिसमें भारत एवं दुनिया के श्रमिकों की समस्याओं एवं उनकी आवश्यकताओं पर विमर्श कर समुचित निर्णय लेते हुए जी20 के देशों की सरकारों को उसे लागू करने के लिए अनुशंसित किया जाएगा।
श्री सिंह ने यह भी कहा कि एक को छोड़कर भारत के सभी केंद्रीय श्रमिक संगठनों ने इस प्रकार से आयोजित एल20 शिखर सम्मेलन का विरोध एवं बहिष्कार किया है।प्रदेश इंटक प्रवक्ता के के काश्यप ने इस करवाई की तीव्र भर्त्षना की है।
चंद्र प्रकाश सिंह