कमल की कलम से – आज हम आपको लिए चलते हैं दिल्ली के लक्ष्मीनारायण मन्दिर।

यह बिड़ला मन्दिर के नाम से भी जाना जाता है उद्योगपति जी. डी. बिड़ला द्वारा 1938 में बनाई गई यह शानदार मंदिर गोल मार्किट के पास कनॉट प्लेस की पश्चिम दिशा में मन्दिर मार्ग में स्थित है। यह मंदिर अपने यहाँ मनाई जानेवाली कृष्णाष्टमी के लिए भी प्रसिद्ध है। इसके वास्तुशिल्प की बात की जाए तो यह मंदिर उड़ियन शैली में निर्मित है। मंदिर का बाहरी हिस्सा सफेद संगमरमर और लाल बलुआ पत्थर से बना है जो मुगल शैली की याद दिलाता है। मंदिर मूल रूप में 1622 में वीर…

Read More

व्यक्ति विशेष – राजनाथ सिंह, विधायक से लेकर केन्द्रीय मंत्री तक का सफ़र

यूपी के चंदौली जिले के एक सामान्य किसान परिवार से देश की सियासत के सबसे बड़े नेताओं में से एक बनने के सफर तक राजनाथ सिंह ने अपने जीवन में इससे पूर्व कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। राजनाथ सिंह को देश की सियासत के एक कद्दावर चेहरे के रूप में जाना जाता है और उत्तर प्रदेश के सीएम से लेकर एनडीए की सरकारों में उन्होंने इससे पूर्व कई बड़ी जिम्मेदारियों पर सफलता पूर्वक काम किया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बेहद करीबी राजनाथ सिंह के इसी अनुभव को देखते हुए…

Read More

कमल की कलम से – “नीली छतरी मंदिर” क्या आप जानते हैं दिल्ली की इस मंदिर के बारे में ?

आज हम आपको दिल्ली के एक ऐसे मन्दिर की सैर करा रहे हैं जो है तो बहुत ही महत्वपूर्ण मन्दिर पर इसकी जानकारी बहुत कम लोगों को है। हम बात कर रहे हैं नीली छतरी मन्दिर की नई दिल्ली के कश्मीरी गेट में रिंग रोड पर सलीमगढ़ किले के पास यमुना बाजार खंड में स्थित नीली छतरी मन्दिर तक पहुंचना एक दुरूह कार्य है। यह मंदिर यमुना नदी के तट और सड़क के किनारे स्थित है। सड़क पर चल रहे यातायात के कारण मंदिर दोनों तरफ से ढंका हुआ प्रतीत…

Read More

जानिए कौन है दियारा का गांधी …….

सरयू के दियारा क्षेत्र के गांवों में जब बाहर से कोई पत्र आता था तब उसे पढ़वाने के लिए लोग किसी साक्षर को ढूंढते थे। आजादी के बाद बहुत दिनों तक इस क्षेत्र में अशिक्षा का अंधकार कायम था। खासकर बालिकाओं की शिक्षा यहां दूर की कौड़ी थी। इस क्षेत्र को अशिक्षा के कलंक से मुक्त कराने के लिए अब से करीब चार दशक पूर्व समाजवादी-गांधीवादी कार्यकर्ता घनश्याम शुक्ल ने जो संकल्प लिया वह आज अपने लक्ष्य को पूरा कर रहा है। इस क्षेत्र का पंजवार एक ऐसा गांव है…

Read More

हाजीपुर – ”बिहार प्रदेश का खजुराहो” – नेपाली मंदिर, जानिए क्यों हुआ था इस मंदिर का निर्माण

अपने कण कण में इतिहास समेटे बिहार की भूमि में कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं जो उचित देखरेख के अभाव में जमीनदोंज होने के कगार पर हैं। आज हम आपको लिए चलते हैं बिहार के ऐतिहासिक शहर हाजीपुर के कोनहारा घाट। आदिकाल से मंदिरों के निर्माण की परंपरा भारतीय समाज में विद्यमान रही है। भारत के कई मंदिरों में वहाँ की स्थानीय शैली का स्पष्ट प्रभाव देखा जा सकता है। देश में ऐसे कम ही मंदिर हैं जो कई तरह के शैलियों से बने है। बिहार में ऐसा ही एक…

Read More