पटना, बिहार सरकार में कृषि एवं पशुपालन मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने विपक्ष द्वारा गोपालगंज में टूटे पुल की खबर को सोशल मीडिया में फैलाने का हवाला देते हुए कहा कि नौसिखिया समाज सुधारक नेता को वह एक सलाह देना चाहते हैं कि बेकार के अफवाह फैलाना और आम जनता को गुमराह करना बंद करें।
उन्होंने कहा, “वह समय गया जब आपका परिवार बिहार को अपनी निजी संपत्ति समझ सिर्फ और सिर्फ इस्तेमाल करता था। आज एनडीए की सरकार में बिहार बहुत आगे है। यहाँ सच्चाई कुछ मिनट में ही बाहर आ जाती है और आपसे अगर यह गलती जल्दबाजी और नासमझी में हुई है तो अगली बार कोई भी आरोप लगाने से पहले अच्छी तरह जांच लें।’
कृषि मंत्री ने कहा कि एक समय जब लालूजी मुख्यमंत्री हुआ करते थे तब दरभंगा में एक ऐसा ही पुल उद्धघाटन के एक महीने बाद ढह गया था, शायद इसीलिए नेता प्रतिपक्ष वही समय याद कर रहे हैं। उनको सीख ही भ्रष्टों वाली मिली है तो आप विकास का तो सोच ही नहीं सकते। सोशल मीडिया को एक औजार बना कर भ्रामक खबरे फैलाने वाले तेजस्वी को जनता से माफ़ी मांगनी चाहिए। ‘
मंत्री ने पथ निर्माण विभाग की सूचना का हवाला देते हुए आगे कहा, :मैं सही जानकारी के लिए बता दूँ की सत्तर घाट मुख्य पुल से लगभग दो किमी दूर गोपालगंज की ओर एक 18 मी लम्बाई के छोटे पुल का पहुँच पथ कट गया है। यह छोटा पुल गंडक नदी के बांध के अन्दर अवस्थित है। गंडक नदी में पानी का दबाव गोपालगंज की ओर ज़्यादा है । इस कारण पुल तक पहुँचने का सड़क का हिस्सा कट गया है। यह अप्रत्याशित पानी के दबाब के कारण हुआ है। मुख्य सत्तर घाट पुल जो 1.4 किमी लंबा है बह पूर्णतः सुरक्षित है।’