पटना। डीएम डॉ चन्द्रशेखर सिंह द्वारा गंगा नदी में नाव दुर्घटनाओं के रोकथाम एवं सुरक्षित परिचालन के लिए निर्देश जारी किया गया है। उन्होंने कहा है कि गंगा नदी के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि होने के कारण आवश्यक सतर्कता बरती जाए। नाव दुर्घटनाओं के रोकथाम एवं सुरक्षित परिचालन के लिए सभी तरह की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
सभी अनुमंडल पदाधिकारियों, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों, जिला परिवहन पदाधिकारी, अंचलाधिकारियों एवं थानाध्यक्षों को निदेश देते हुए डीएम डॉ सिंह ने कहा कि गंगा नदी के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है। कई स्थानों पर गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर अथवा करीब है। ऐसी परिस्थिति में सभी स्तर पर सतर्कता बरतना अपेक्षित है। खासकर गंगा नदी के दियारा क्षेत्रों में विशेष निगरानी की आवश्यकता है।
नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने के कारण निजी नाव मालिकों द्वारा क्षमता से अधिक व्यक्तियों को बैठाकर नाव का परिचालन कराया जाता है जिससे नाव दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। डीएम डॉ सिंह ने कहा कि गंगा नदी में सुरक्षित नाव परिचालन हेतु पूर्व में भी विभिन्न पत्रों के माध्यम से विस्तृत निदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि नाव परिचालन के दौरान आदर्श नौका संचालन नियमावलीए 2011 के प्रावधानों के अनुसार सुरक्षा संबंधी सभी उपकरण एवं व्यवस्था, परिचालन होने वाले नावों पर सुनिश्चित कराया जाय। किसी भी परिस्थिति में नाव की लदान क्षमता से अधिक संख्या में लोग नाव पर सवार नहीं होए इसे सुनिश्चित कराया जाय।
आपातकालीन स्थिति को छोड़कर किसी भी परिस्थिति में सूर्यास्त होने के पश्चात नाव का परिचालन प्रतिबंधित है। गंगा नदी के महत्वपूर्ण घाटों पर जहाँ से सवारी को लेकर नावें परिचालित होती हैं वहाँ आमजन के लिए आवश्यक सूचनाएं नाव के आकार के अनुरूप लदान क्षमताए क्षमता से अधिक की संख्या में लोग नाव पर सवार न हों एवं अन्य आवश्यक सुरक्षात्मक उपाय से संबंधित सूचना का प्रचार प्रसार कराया जाय।
नाव पर ओवरलोडिंग रोकने एवं आमजन को घाटों के किनारे नहीं जाने हेतु संबंधित घाटों पर पूरी निगरानी रखी जाय। ओवरलोडिंग अथवा अंधेरा के पश्चात नाव परिचालन के मामले में नाविक व नौका मालिक के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई किया जाए।