बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि मोकामा विधानसभा क्षेत्र के लोगों के पास आतंकराज अथवा सुशासन में से एक का चुनाव करने का सुनहरा मौका हाथ में है।
श्री सिन्हा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की मोकामा में जीत होने पर यहां समाप्त हो चुके उद्योग धंधे को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया जाएगा।
नेता प्रतिपक्ष ने यहां के लोगों से बाढ़ को जिला बनाने की चिर प्रतिक्षित मांग के संबंध में कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि माननीय मुख्यमंत्री जी केंद्र और राज्य की सत्ता में पिछले 33 वर्षों से आसीन है फिर भी बाढ़ को जिला नहीं बना सके ।
श्री सिन्हा ने सवाल किया कि क्या बाढ़ को जिला नहीं बनाना किसी राजनीतिक षड्यंत्र का हिस्सा है।
श्री सिन्हा ने कहा कि मोकामा की समस्याओं में टाल की समस्या,कानून व्यवस्था, उद्योग धंधे का बंद होना, नाजरत अस्पताल का बंद होना एवं सरकारी योजनाओं की कमी प्रमुख है। भारतीय जनता पार्टी के विजय होने पर जन समस्याओं का निराकरण हेतु राज्य एवं केंद्र सरकार से मदद की पहल की जाएगी।
श्री सिन्हा ने कहा कि जनादेश का अपमान कर माननीय मुख्यमंत्री जी चोर दरवाजे से राजद को सत्ता में लाए हैं अगर थोड़ी सी भी नैतिकता बची हो और पार्टी के दमखम का भरोसा हो तो मेरी चुनौती है विधानसभा भंग कर पुनः चुनाव कराएं।
नेता प्रतिपक्ष ने हाल में कई बार मीडिया से मुखातिब होने पर मुख्यमंत्री द्वारा भाजपा से अलग होने के फैसले को सही बताने पर निशाना साधते हुए कहा कि सबको पता है कि आप अलग हो गए हैं फिर बार-बार इसे सही ठहराने का बयान देना, क्या अब भाजपा से अलग होने के निर्णय पर पश्चाताप करना है? श्री सिन्हा ने कहा कि राज्य की जनता मुख्यमंत्री जी के राज्य को राजनीतिक रूप से तबाह करने के इरादे को समझ चुकी है। इसका जवाब गोपालगंज एवं मोकामा की जनता उपचुनाव में देने जा रही है।