बिहार के छात्रों को रोजमाइन, पटना के माध्यम से मिलेंगी आर्यन्स ग्रुप ऑफ कॉलेज में फार्मेसी, नर्सिंग की सीटें

– स्कॉलरशिप योजना के तहत किया जाएगा 100 छात्रों का चयन

पटना : सभी समुदायों के जरूरतमंद छात्रों के शिक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से आर्यन्स ग्रुप ऑफ कॉलेज, चंडीगढ़ ने रोजमाइन एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट, पटना के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया। सोमवार को आसियाना – दीघा रोड स्थित रोजमाइन कार्यालय में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया जिसके बाद आर्यन्स ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन डॉ. अंशु कटारिया और रोजमाइन एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन अवैस अंबर ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

समझौता ज्ञापन के अनुसार, पटना के सभी समुदायों के 100 छात्रों का चयन विभिन्न स्कॉलरशिप योजनाओं के तहत बी.टेक, लीट, एमबीए, फार्मेसी, बी.एससी, नर्सिंग, जीएनएम, एएनएम, बीसीए, बीबीए, बीए, बीकॉम, बीएससी (एग्री), बीए-एलएलबी, एलएलबी, एमए (एडु), पैरामेडिकल आदि के लिए किया जाएगा। इच्छुक छात्र 9876299888, 9876599888 पर कॉल कर सकते हैं या डब्लूडब्लूडब्लू डॉट आर्यन्स डॉट एडु डॉट इन पर विजिट कर सकते हैं।

मीडिया को संबोधित करते हुए आर्यन्स ग्रुप ऑफ कॉलेज के चेयरमैन डॉ. अंशु कटारिया ने कहा कि आर्यन्स चंडीगढ़ के पास एक बड़ा कैंपस है जहां 3500 से अधिक छात्र हैं, जिनमें से लगभग 1500 छात्र मुस्लिम, सिख, पारसी और ईसाई सहित बिहार के सभी समुदाय के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों से हैं। कटारिया ने बिहार, झारखंड आदि के छात्रों के बीच तकनीकी शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए पिछले वर्षों में रोजमाइन एजुकेशनल ट्रस्ट द्वारा की गई भूमिका और कार्यों की सराहना की।

रोजमाइन एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन अवैस अंबर ने अपने संबोधन कहा कि छात्रवृत्ति का उद्देश्य सभी समुदायों के अधिक से अधिक माता-पिता को अपने बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए भेजने और तकनीकी शिक्षा पर उनके वित्तीय बोझ को कम करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
गौरतलब है कि 2007 में स्थापित आर्यन्स कैंपस चंडीगढ़ के पास चंडीगढ़-पटियाला हाईवे पर स्थित है और इसमें 21 एकड़ का विशाल कैंपस है। यह समूह इंजीनियरिंग कॉलेज, फार्मेसी कॉलेज, मैनेजमेंट कॉलेज, बिजनेस स्कूल, एजुकेशन कॉलेज, डिग्री कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज, लॉ कॉलेज चला रहा है।

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