बिहार स्टार्टअप सम्मेलन-2022 में 600 से अधिक स्टार्टअप्स ने लिया हिस्सा

— बदलते बिहार की तस्वीर पर उभरी बिहार की स्टार्टअप्स

— बिहार को स्टार्टअप का कैपिटल बनाके रहेंगे – सैयद शाहनवाज हुसैन

 

पटना – बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा संचालित इनक्यूबेशन सेंटर ‘‘वेंचरपार्क’’ एवं बिहार सरकार उद्योग विभाग के संयुक्त तत्वाधान में चौथा बिहार स्टार्टअप काॅक्लेव-2022 का आयोजन शनिवार को गांधी मैदान स्थित ज्ञान भवन सभागार में किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत मुख्य अतिथि बिहार सरकार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर की गयी। इस अवसर पर अतिथि के रूप में बिहार विधान परिषद के सदस्य राजेन्द्र गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सह वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव डा. एस. सिद्धार्थ के साथ साथ बिहार इण्डस्ट्रीज एसोसिएषन के अध्यक्ष अरूण अग्रवाल, वेंचर पार्क के सदस्य सचिव सुबोध कुमार, वेंचर पार्क के गवर्निंग काॅउंसिल के अध्यक्ष प्रमथ राज सिन्हा, बीआईए के महासचिव आषीष रोहतगी, उपाध्यक्ष अरविन्द कुमार सिंह, सुबोध कुमार गोयल एवं भरत अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष केपीएस केसरी, राम लाल खेतान की गरिमामयी उपस्थिति रही।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार के लोगोें के सोच में परिवर्तन आ रहा है। युवा वर्ग जिनके सोच में केवल नौकरी होती थी अब उद्योग वाणिज्य की ओर उन्मुख हो रहे हैं। सरकार की स्टार्टअप पाॅलिसी ने भी राज्य में स्टार्टअप संस्कृति को आगे बढ़ाने में मदद कर रही है। काफी लोग स्टार्टअप उद्यम की ओर उन्मुख हुए हैं। बिहार के बाहर, देश के अलग-अलग शहरों में जो स्टार्टअप काम कर रहे हैं उसमें काफी संख्या में बिहार प्रदेश के लोग हैं। हम इस सोच के साथ काम कर रहे हैं कि बिहार को देश का स्टार्टअप कैपिटल के रूप में स्थापित किया जाय। बिहार के स्टार्टअप नीति तथा स्टार्टअप की गुणवत्ता तथा पहचान पूरे देश में होने लगी है। सरकार के स्टार्टअप नीति आने के बाद अब तक 24,263 आवेदन प्राप्त हुए हैं जिसमें स्क्रूटनी के बाद 2,042 स्टार्टअप के आवेदनों को विभिन्न इनक्यूबेटर्स के साथ सम्बद्ध किया गया है। अब तक 145 स्टार्टअप को सरकार की स्टार्टअप पाॅलिसी में निर्धारित 10 लाख रुपये में से स्वीकृति अनुसार कुल 5 करोड़ 95 लाख की प्रथम किष्त एवं 62 स्टार्टअप को दोनों किष्त की राषि 3 करोड़ 55 लाख रुपये की वितरण की जा चुकी है। स्टार्टअप को लेकर उन्होंने कहा कि बिहार में उद्योग का वातावरण बदला है। यहाँ बिहार के अलावा अन्य राज्यों के निवेषक भी उद्योग लगाने में रूचि ले रहे हैं। उन्होंने बिहार सरकार के उद्योग विभाग द्वारा किए गए कार्यों की विस्तारपूर्वक चर्चा की। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा कई सेल का निर्माण किया गया है जिससे स्टार्टअप्स को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। इसके अलावा विभाग द्वारा सिडबी के साथ एमओयू किया गया है एवं बियाडा – जीरो लैब का भी जल्द ही शुभारंभ किया जाएगा।

अपने संबोधन में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सह वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव डा. एस. सिद्धार्थ ने कहा कि देष में वर्ष 2016 में स्टार्टअप पाॅलिसी लागू हुई थी, बिहार पहला राज्य था जिसने 500 करोड़ रुपये का एक स्टार्टअप फंड तैयार कर स्टार्टअप नीति लायी, जिसमें 10 लाख सीड फंड के रूप में स्टार्टअप को देने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि शुरूआत में काफी समस्याएं आई मगर अब धीरे-धीरे काफी बदलाव आया है। अब बिहार में स्टार्टअप्स की स्थिति सुधर रही है। एस0 सिद्धार्थ ने उद्यमी वर्ग से अपील करते हुए कहा कि आप आगे आएं, सरकार की तरफ से हर संभव मदद मिलेगी।

बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष अरूण अग्रवाल ने कहा कि 78 वर्ष पुरानी बीआईए ने अब तक कई उपलब्धियों को हासिल किया है। उन्होंने कहा कि आज के सम्मेलन में देशभर से 600 से अधिक स्टार्टअप्स हिस्सा ले रहे हैं। आज का यह स्टार्टअप कार्यक्रम राज्य को काफी आगे ले जाएगा। अरूण अग्रवाल ने कहा कि सम्मेलन के माध्यम से 2.7 करोड़ निवेष स्टार्टअप वेंचर में आज हुआ है जो की बहुत ही गर्व की बात है। श्री अग्रवाल ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा काॅनक्लेव के लिए भेजी गयी शुभकामना संदेष को भी पढ़ा।

वेंचर पार्क के सदस्य सचिव सुबोध कुमार ने इस अवसर पर वेंचर पार्क के स्थापनाकाल से लेकर अब तक की यात्रा तथा वेंचर पार्क द्वारा राज्य में स्टार्टअप इको-सिस्टम को मजबूती प्रदान करने के लिए किए जा रहे कार्यों एवं इसकी उपलब्धियों पर एक विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया।

इस अवसर पर बिहार इण्डस्ट्रीज एसोसिएषन द्वारा आयोजित बिजनेस प्लान कंपीटीषन में 6 सर्वश्रेष्ठ बिजनेस आइडिया को एसोसिएशन की ओर से नगद राषि दे कर पुरस्कृत किया गया। पुरस्कृत किए गये लोगों की सूची संलग्न है।

इसके साथ ही राज्य में स्टार्टअप वेंचर में निवेष करने वाले बाहर से आये निवेषकों द्वारा कुछ स्टार्टअप में निवेष की राषि प्रदान की गयी, जबकि कुछ स्टार्टप आइडिया के लिए साॅफ्ट कमिटमेंट निवेषकों की ओर से प्राप्त हुआ है। सूची संलग्न है।

पहले सत्र में सभी वक्ताओं ने बिहार में स्टार्ट अप के इनोवेशन को विभिन्न स्तरों पर मजबूत करने और खुद पर भरोसा और विश्वास करने आगे बढ़ने को लेकर चर्चा की। अपने वक्तव्य के दौरान पैनल ने सामूहिक रूप से इस बात पर जोर दिया की जहाँ समस्याएं आती है वहां चुनौतिओं के साथ अपने नए आइडिया को लेकर उतरना आपके लिए एक बेहतर अवसर प्रदान करता है। आपको समाज, परिवार व आपके संबंधी शुरुआत में भटकाने की कोशिश करेंगे लेकिन आपको ठीके रहना है।

वहीँ दूसरे सत्र के विषयानुसार ई – कॉमर्स के क्षेत्र में स्टार्ट अप और इससे जुड़े अन्य स्टार्ट अप को शुरू करने के विषय को लेकर परिचर्चा हुई। पैनल में वक्ताओं ने बताया की बिहार में उपलब्ध संसाधनों का उपयोग और इस क्षेत्र में नए – नए संसाधनों को कैसे जोड़ा जाए ताकि युवाओं में स्टार्ट अप को लेकर एक नई उत्साह का प्रवाह हो सके। पैनल में स्टार्ट अप को लेकर आने वाली चुनौतिओं एवं उसका सामना कैसे किया जाए इसकी बरीकिओं पर भी विचार – विमर्श किया गया।

तीसरे सत्र की शुरुआत में सबसे पहले वक्ताओं ने अपने – अपने स्टार्ट अप के बारे में बताया। वक्ताओं ने कहा की किसी भी स्टार्ट अप की शुरुआत किसी खास क्षेत्र या भाषा को सोचकर नहीं करना चाहिए। छोटे शहरों से शुरू हुई कंपनी को कम न आंकते हुए उसके प्रभाव और उसके मार्केट मूल्यों को आधार मानकर ही उसे आगे बढ़ने के लिए इन्वेस्टर आपसे जुड़ते है। किसी भी स्टार्ट अप को शुरू करने से पहले आपको पता होना चाहिए की आप क्या कर रहे हो, और किसके लिए कर रहे हो। साथ ही उन्होंने बताया की जबतक आपके पास आपका अपना पैसा है तब तक आपको किसी इन्वेस्टर से मिलने से बचना चाहिए।

चौथे सत्र में स्टार्ट अप में फंडिंग को लेकर इन्वेस्टर्स का पैनल बैठा जिसमें अलग – अलग तरह के व्यवसायों के लिए फंडिंग की राशि और उनको फंड करने के मापदंडों पर विस्तार से चर्चा हुई। वक्ताओं ने बिहार के स्टार्ट अप को लेकर बहुत ही सकारात्मक उत्तर दिए। उन्होंने कहा की यहाँ के युवाओं में बहुत जूनून है। पैनल ने बिहार के स्टार्ट अप को बीआईए का पूरा सहयोग और समर्थन मिलने पर अपनी खुशी जताई। इन्वेस्टर्स के पैनल ने बिहार के स्टार्ट अप को अपना आईडिया सही तरीके से प्रस्तुत करने और सही सीओ – फाउंडर का चुनाव करने की सलाह दी। अंत में, जब बिहार के स्टार्ट अप को मदद करने की बात आई तो वक्ताओं ने हर संभव और हर माध्यम से यहाँ के स्टार्ट अप को मदद करने की बात कही।

 

समिंगअप सेशन में वेंचर पार्क गवनिंग काउंसील के चेयरमैन प्रमथ राज सिन्हा ने पूरे दिन के कार्यक्रम का सारांष पेश किया।

कार्यक्रम के अन्त में एसोसिएशन के महासचिव आशीष रोहतगी ने धन्यवाद ज्ञपन किया।

 

(अनिल कुमार सिन्हा)

सचिव

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