पटना, 28 अप्रैल 2022। बिहार सरकार द्वारा खेलों के सर्वांगीण विकास की दिशा में बिहार राज्य खेल विकास प्राधिकरण के तत्वावधान में दिनांक 28 व 29 अप्रैल के दो दिवसीय बिहार स्पोर्ट्स कॉन्क्लेव 2022 के कार्यक्रम का गुरुवार को बिहार म्यूजियम, पटना में शुभारंभ हुआ ।
मुख्य अतिथि आलोक रंजन, मंत्री, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार, अच्युतानंद सामंत, सांसद, कंधमाल ओडिशा, श्रेयसी सिंह सदस्य बिहार विधानसभा, कुणाल भा. प्र. से संयुक्त सचिव, खेल विभाग, भारत सरकार, वंदना प्रेयसी, भा. प्र. से सचिव कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार, रविंद्र शंकरन, भा. प्र. से महानिदेशक, बिहार राज्य खेल विकास प्राधिकरण सह ए. डी. जी, ए टी एस एवं डॉ. सुधांशु शेखर रॉय, पूर्व कार्यपालक निदेशक, भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा दीप प्रज्वलित कर इस अति प्रतिक्षित कार्यक्रम का उद्घाटन किया ।
मंत्री अलोक रंजन ने ” जो खेलेगा कूदेगा वही बनेगा लाजवाब ” का दिया नारा
इस कार्यक्रम में आमंत्रित भारतीय खेल जगत की प्रख्यात हस्तियों, प्रशिक्षकों और विशेषज्ञों को मंत्री आलोक रंजन द्वारा शॉल और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया ।
मंत्री अलोक रंजन ने सभी आगंतुकों को कृतज्ञता ज्ञापित किया और बड़े विस्तारपूर्वक राज्य सरकार के खेल विकास में हो रही पहल और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए किये जा रहे प्रयासों को सभा के सामने रखा । इस अवसर पर अलोक रंजन ने खेल विकास के लिए राज्य सरकार के कृतसंकल्प को दोहरायाए साथ ही सभी संघों और खिलाडियों को इस मुहीम में जुड़ने का आवाहन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा की अब वक्त बदल गया हैए बदले हुए वक्त में अब ” जो खेलेगा कूदेगा वही बनेगा लाजवाब ” का नारा दिया।
बंदना प्रेयसी, सचिव, कला, संस्कृति और युवा विभाग ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि बिहार सरकार, राज्य में खेलों को प्राथमिकता देने के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दिशा निर्देशानुसार की ” खेलों को एक जन आंदोलन बनाना है ” को पूरी तरह से साकार करने के लिए कृत संकल्पित है। इस कड़ी में बिहार के राजगीर में स्पोर्ट्स एकेडमी तथा स्टेडियम का निर्माण पूरी तेज़ी से हो रहा हैए अगले चरण में बिहार के हर जिले में स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए राज्य खेल विकास प्राधिकरण पूरी तेजी से बढ़ रहा है।
रवींद्रन शंकरण महानिदेशक, बिहार राज्य खेल विकास प्राधिकरण ने एक वीडियो के माध्यम से बिहार की ऐतिहासिक समृद्ध खेल विरासत को सबके सामने प्रस्तुत किया। अतीत में खोए हुए और इस विरासत का हिस्सा रहे खिलाड़ियों को बिहार म्यूजीयम के मल्टी पर्पस हाल में एक वॉल ऑफ़ फ़ेम में स्थान दिया गया, जिस पर उनकी उपलब्धियों को उनकी छवि सहित आम प्रदर्शन के लिए रखा गया। इन विरासतों के बारे में आज की पीढ़ी शायद ही अवगत हो । तत्पश्चात् उन्होंने दो दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा एवं भविष्य की योजनाओं पर चर्चा किया । इसी क्रम में उन्होंने अच्युतानंद सामंत, और कंधमाल, ओडिशा से सांसद एवं कीट ओडिशा के संस्थापक हैं, से आग्रह किया की जब तक बिहार में पूरी तरह से स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार नहीं हो जाता, आप हमारे बिहार के बच्चों को गोद ले लीजिए।
कुणाल, भारत सरकार में खेल विकास विभाग के संयुक्त सचिव, ने अपने संबोधन में भारत सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं की जानकारी दी और साथ ही यह आश्वासन दिया की भारत सरकार राज्य सरकार को हर तरह से समर्थन देगी ।
कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए बड़ी संख्या में विशिष्ट व्यक्ति जैसे कि श्रेयसी सिंह, मेजर इग्नेशियस (इग्नेस) टिर्की, नासिर पम, कुंजारानी देवी, राहुल बोस, डॉ. एस नटराजन, प्रवीण थिप्से, अजितेश रॉय, शगुन चौधरी इत्यादि बाहर से आए तथा पूरे राज्य से बिहार सरकार के सभी ज़िला स्पोर्ट्स पदाधिकारी और खेलों तथा युवा मामलों से जुड़े लोग आए खचाखच भरे हॉल में 300 से भी ज़्यादा लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और इस मुहिम को अपना समर्थन दिया।
उद्घाटन समारोह के अंत में रविंद्र शंकरन ने सभी आमंत्रित सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का लाइव प्रसारण बिहार राज्य खेल विकास प्राधिकरण के ऑफिसियल फेसबुक पेज और यूट्यूब चैनल पर किया गया।