बिहार सरकार के विभिन्न अधिकारियों ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर किये जा रहे कार्यों की दी अद्यतन जानकारी

पटना, 28 मई 2020:- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर सचिव सूचना एवं जन-सम्पर्क अनुपम कुमार, सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह एवं अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों के संबंध में अद्यतन जानकारी दी।
सचिव सूचना एवं जन-संपर्क अनुपम कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति को लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है और लोगों को सहायता प्रदान करने के लिये सभी आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं। स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से काफी संख्या में प्रवासी मजदूर बिहार आ रहे हैं और काफी हद तक आ भी चुके हैं। ब्लॉक क्वारंटाइन सेंटर्स से बड़ी संख्या में लोग क्वारंटाइन की अवधि पूरी कर अपने घर जा रहे हैं। अब तक ब्लॉक क्वारंटाइन सेंटर्स से 5 लाख 79 हजार 908 व्यक्ति क्वारंटाइन की निर्धारित अवधि पूरी कर अपने घर चले गये हैं। सूचना सचिव ने कहा कि सरकार की अपील है कि सभी लोगों को मास्क पहनना चाहिये। सरकार द्वारा सभी आवश्यक कार्य किये जा रहे हैं इसलिए लोग घबरायें नहीं बल्कि सतर्क रहें एवं सचेत रहें।

मुख्यमंत्री ने कहा है कि जो लोग क्वारंटाइन सेंटर पर क्वारंटाइन की निर्धारित अवधि पूरी कर या अस्पताल से डिस्चार्ज होकर अपने घर जा रहे हैं, उनके प्रति सकारात्मक रूख रखें।

सचिव सूचना एवं जन-संपर्क ने बताया कि अब आपदा राहत केन्द्रों की संख्या कम हो रही है। ज्यादातर लोग अपने गंतव्य तक पहुँच चुके हैं। वर्तमान में 84 आपदा राहत केंद्र फंक्शनल हैं, इससे 18,500 लोग लाभान्वित हो रहे हैं। ब्लॉक क्वारंटाइन सेंटर्स की संख्या अभी 13,684 है, जिसमें कुल 12 लाख 38 हजार 41 लोग आवासित हो चुके हैं, इनमें से 5 लाख 79 हजार 908 व्यक्ति क्वारंटाइन की निर्धारित अवधि पूरी कर अपने घर चले गये हैं। इस प्रकार वर्तमान में 6 लाख 58 हजार 133 लोग ब्लाॅक क्वारंटाइन सेंटर में आवासित हैं।
श्री अनुपम कुमार ने बताया कि बिहार के बाहर फॅसे लोगों से अब तक 2 लाख 33 हजार से कुछ ज्यादा कॉल/मैसेज प्राप्त हुये हैं। इनमें लगभग 31 लाख लोग सम्मिलित हैं। अभी तक 1 करोड़ 41 लाख राशन कार्डधारी परिवारों को 1,000 रूपये की सहायता दी जा चुकी है। राशन कार्ड विहीन आवेदकों एवं सुयोग्य परिवारों के लिए अभी तक 11 लाख 23 हजार नये राशन कार्ड बनाये जा चुके हैं। कोरोना संक्रमण से बचाव एवं रोजगार सृजन पर सरकार का विशेष ध्यान है। कोरोना संक्रमण से लोगों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। प्रवासी श्रमिकों को रोजगार मिले इसके लिए हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं। लॉकडाउन पीरियड में अभी तक कुल 4 लाख 26 हजार योजनाओं के अंतर्गत 3 करोड़ 74 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है। प्रवासी श्रमिकों के बिहार पहुँचने का सिलसिला अब अंतिम चरण में है। आज 73 ट्रेनें बिहार पहुँच रही है, इनके माध्यम से 1 लाख 2 हजार 900 लोग आ रहे हैं। कल के लिए 46 ट्रेनें शिड्यूल्ड हैं जिसके माध्यम से 42 हजार 900 लोगों का आगमन संभावित है।
स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि अब तक कुल 70,275 सैंपल्स की जांच की जा चुकी है और अब कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 3,106 हो गयी है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 96 पॉजिटिव मामले सामने आये हैं और विगत 24 घंटे में 132 लोग स्वस्थ होकर अपने घर लौटे हैं। अब तक कुल 1,050 लोग स्वस्थ हुये हैं। कल 2,013 सैंपल की जांच की गयी। अभी बिहार के 38 जिलों में 2,041 एक्टिव मामले हैं। 3 मई के बाद 2,168 प्रवासी व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है, इनमे महाराष्ट्र से 520, दिल्ली से 477, गुजरात से 313, हरियाणा से 196, राजस्थान से 111, उत्तर प्रदेश से 108 सहित अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासी श्रमिक शामिल हैं।

अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने बताया कि लॉकडाउन का सख्ती से अनुपालन कराया जा रहा है। अब तक कुल 2,240 एफ0आई0आर0 दर्ज की गयी है और 2,397 लोगों की गिरफ्तारियां हुयी हैं। 82,259 वाहन जब्त किये गये हैं। अब तक इससे कुल 19 करोड़ 51 लाख 62 हजार 836 रूपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है। पिछले 24 घंटे में अवरोध पैदा करने के कारण 11 एफ0आई0आर0 दर्ज की गयी हैं और 12 लोगों की गिरफ्तारियां हुयी हैं। 896 वाहन जब्त किये गये हैं और 25 लाख 41 हजार 300 रूपये जुर्माने के रूप में वसूल किये गये हैं। कोविड-19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों और लॉकडाउन का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं। ’’

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