बिहार के ‘चित्तौड़गढ़’ पर होगा किसका कब्जा

मधु सिंह टक्कर देने को हैं तैयार इस विधानसभा में

बिहार का चित्तौड़गढ़ कहा जाने वाला ‘बाढ़ विधानसभा’ पर इस बार कई प्रत्याशियों की नजर है। प्रत्येक प्रत्याशी अपने पूरे दमखम के साथ बाढ़ विधानसभा पर कब्जा करने के लिए व्याकुल है। बता दें कि पिछले 15 साल से बाढ़ विधानसभा के विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ‘ज्ञानू’ रहे हैं। परंतु इस बार हवा का रुख बदला-बदला सा नजर आ रहा है। जनता के बीच उनके 15 साल के सत्ता का विरोध साफ़ दिख रहा है।

एक तरफ जहां स्पष्ट है की NDA गठबंधन के प्रत्याशी ज्ञानेंद्र सिंह ‘ज्ञानू’ ही होंगे, तो दूसरी तरफ राजद खेमे में लंबी कतार है। हालांकि मुख्य रूप से कुछ ही प्रत्याशी हैं जो कि क्षेत्र में लगातार मेहनत कर रहे हैं जिनमें मधु सिंह का नाम सबसे आगे उभर कर आता है। बता दें कि मधु सिंह पूर्व राजद सांसद प्रभुनाथ सिंह की पुत्री हैं और विगत 5 सालों से लगातार सत्ता पर काबिज होने के लिए क्षेत्र में धुआंधार मेहनत कर रही हैं।

सबसे अहम बात राजद के कई प्रत्याशियों में मधु सिंह अकेली स्थानीय प्रत्याशी दिख रही हैं जिनके पति का घर बाढ़ विधानसभा में है। आपको बता दें कि मधु सिंह के पति एक राष्ट्रीयकृत बैंक में अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं, युवाओं के मददगार हैं। इस कारण उनकी छवि के कारण क्षेत्र में युवाओं का खासा समर्थन मिल रहा है, जिसका सीधा फायदा मधु सिंह को मिलता दिख रहा है। हालांकि निम्नलिखित बिंदुओं पर अगर गौर करें तो बाढ़ विधानसभा से मधु सिंह सबसे प्रबल दावेदार के रूप में उभर कर सामने आ रही है। मधु सिंह को राजनीति विरासत में उनके पिता प्रभुनाथ सिंह से मिली है। उसके ससुराल पक्ष के का भी बाढ़ विधानसभा पर अच्छा खासा प्रभाव है। इनके परिवार से विधायक होते रहे हैं क्षेत्र में कई सारे कॉलेज स्कूल और सार्वजनिक कार्य इनके परिवार के द्वारा कराया गया है। मधु सिंह की लालू परिवार में पूछ है। तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव समय-समय पर इन के कार्यक्रमों में शामिल होते रहते हैं।

अनूप नारायण सिंह

(आलेख में व्यक्त विचार लेखक के निजी हैं)

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