देश का दूसरा और पूर्वोतर भारत का पहला ग्लास ब्रिज बिहार में, जानिए पर्यटकों के लिए कब होगा ओपन

आपने सोशल मीडिया या इंटरनेट पर सर्फिंग करते हुए चीन और अमेरिका के ग्लास ब्रिज की तस्वीरें और वीडियो जरूर देखी होंगी। इन्हें देखने के बाद आपका मन भी इन खूबसूरत जगहों पर जाने का करता होगा। लेकिन आप में से ज्यादातर लोग इन जगहों पर अलग-अलग कारणों से नहीं जा पाएंगे होंगे। पर अब ग्लास ब्रिज पर चढ़कर स्काई वॉक करने और वादियों का नजारा लेने का सपना अपने देश में ही साकार होने वाला है।

देश का दूसरा और पूर्वोतर भारत का पहला ग्लास ब्रिज बिहार में बनकर तैयार हो चुका है। इसे पर्यटकों के लिए कभी भी खोला जा सकता है। अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर के नेचर सफारी में ग्लास ब्रिज को बनाया गया है। राजगीर का नेचर सफारी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजक्ट है। राजगीर नेचर सफारी में चीन के हांगझोऊ प्रांत की तर्ज पर बना यह ग्लास ब्रिज बन कर तैयार हो चुका है, लेकिन नेचर सफारी को पूरा होने में अभी वक्त लगेगा। शनिवार को प्रोजेक्ट का जायजा लेने पहुंचे सूबे के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मार्च 2021 तक यह पूरा हो जाएगा। इसके बाद नेचर सफारी का लुफ्त उठाने के लिए यहां पर पर्यटक आ सकेंगे।

जी हां, बिहार के नालंदा जिले के राजगीर में बनकर तैयार हुआ ग्लास ब्रिज कभी भी आपके लिए खोला जा सकता है और आप यहां जाकर लुफ्त उठा सकते हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट राजगीर नेचर सफारी में यह ग्लास ब्रिज बना हुआ है। ग्लास ब्रिज के अलावा यहां पर आप जू सफारी का भी मजा ले पाएंगे। पहले से ही खूबसूरत, पांच पहाड़ियों से घिरा, गौतम बुद्ध की विरासत को समेटे हुए और बिहार का अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीत में नेचर सफारी चार चांद लगाने का काम करेगा।

क्या है इसकी खासियत

  •  200 फीट ऊंचा, 85 फीट लंबा और 6 फीट चौड़ा है यह ग्लास ब्रिज।
  •  एक बार में 40 पर्यटक जा सकते हैं।
  •  चीन के हांगझोऊ प्रोविंस की तर्ज पर बना है।
  •  देश का दूसरा और पूर्वोतर भारत का पहला ग्लास ब्रिज है।
  •  गौतम बुद्ध की विरासत वाली राजगीर नगरी में स्थित है।
  •  राजगीर अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थली है।
  •  ग्लास ब्रिज के साथ आप नेचर सफारी, रोप-वे साइकलिंग भी कर सकते हैं।

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