इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महासचिव, प्रदेश उपाध्यक्ष सहित सैकड़ों कंप्यूटर शिक्षकों ने भाग लिया। महासचिव विनोद कुमार सिन्हा ने बताया कि हमने अपनी स्थिति मुख्यमंत्री महोदय को पत्र लिखकर बता दी है। इस करोना काल में हमारी स्थिति मरणासन्न अवस्था की हो गई है। जहां 5000000 युवाओं को रोजगार देने की बात कही जा रही है वही हम कंप्यूटर शिक्षक जो संख्या में मात्र 1832 है उनकी अनदेखी की जा रही है।
संघ के मीडिया प्रभारी रूपेश कुमार ने बताया इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अगर सरकार हम कंप्यूटर शिक्षकों को पुनर्बहाल नहीं करती है तो इसी कोरोना काल में हम सभी कंप्यूटर शिक्षक हर पंचायत, हर ब्लाक में अपने-अपने क्षेत्रों में धरना देंगे। इसके उपरांत अगर कोरोना से कंप्यूटर शिक्षकों की मृत्यु होती है तो इसकी जिम्मेदारी बिहार सरकार की होगी। इसके जिम्मेवार मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री होंगे।