BIA में आर्टिफीशियल इन्टेलिजेंस (AI) व चैटजीपीटी पर कार्यशाला सह सेमिनार का आयोजन

पटना। बिहार इंडस्ट्रीज़ एसोसिएशन (बीआईए) में पिछले दिनों एक कार्यशाला सह सेमिनार का आयोजन किया गया। विषय था आर्टिफीशियल इन्टेलिजेंस (एआई), चैटजीपीटी और दैनिक जीवन में इसके प्रभाव। आने वाले दिनों में उद्योग और समाज की रोजमर्रा की गतिविधियों के लिए बहुत प्रासंगिक है। हमें एआई, चैटजीपीटी और दैनिक जीवन में इसके प्रभाव के बारे में जागरूक होना होगा ।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले बजट में ई-गवर्नेंस आदि में एआई के उपयोग की घोषणा की है। कार्यस्थल पर दक्षता और मानव संसाधन शिकायतों को अनुकूलित करने में कृत्रिम बुद्धिमत्ता और चैटजीपीटी” विषय का मुख्य बिंदु रहा।
सेमिनार का उद्घाटन BIA के अध्यक्ष अरुण कुमार अग्रवाल ने किया। उन्होंने कहा, एआई और चैटजीपीटी समाज और उद्योग पर कैसे प्रभाव डाल सकते हैं ? बिहार के संबंध में कार्यबल को नुकसान पहुंचाए बिना कार्य कुशलता और नई तकनीक को लेकर काफी लोग सकारात्मक हैं।

मुख्य अतिथि आदित्य कुमार सिन्हा, निदेशक, सी डैक, बिहार ने विषयों पर प्रकाश डालते हुए कहा और बताया कि सीडैक में उनके मार्गदर्शन में क्या नया नवाचार हो रहा है। बिहार यूनिट सी डीएसी. बिहार नवीनतम तकनीक पर काम कर रहा है। क्वांटम कंप्यूटिंग.एआई, चैटजीपीटी, उभरती प्रौद्योगिकियों के इर्द-गिर्द हमारा भविष्य कैसा है और मानव जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है। कुछ सुरक्षा आधारित प्रौद्योगिकी सी डैक काम कर रही है लेकिन कुछ सरकारी प्रोटोकॉल के कारण बहुत कुछ चर्चा नहीं की जा रही है। लेकिन उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इससे बड़ी सुरक्षा और निगरानी का समाधान हो जाएगा। जब इसे लॉन्च किया गया तो समाज की समस्याएं सुपर कंप्यूटर को पहले सी डैक सेंटर के साथ-साथ आईआईटी पटना में भी स्थापित किया गया था। कुछ विभाग. बिहार सरकार खुशहाल तरीके से इसका उपयोग भी कर रही है।

मौके पर आईटी और आईटीईएस और सेवा क्षेत्र (बीआईए) के अध्यक्ष मुकेश कुमार ने प्रस्तुति दी और अपनी प्रारंभिक टिप्पणियों द्वारा विषय का परिचय दिया।
उन्होंने बिहार सरकार के परिवहन विभाग के तहत यातायात द्वारा चालान जारी करने का उदाहरण पेश कर विषय के प्रति लोगों की रुचि बढ़ाई।
अध्यक्ष अमरजीत शर्मा, वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कई उदाहरण देकर एआई को प्राचीन काल से जोड़ते हुए कई बातें बताई और कहा कि उस काल में भी हथियारों के प्रयोग से कोई प्रभाव नहीं पड़ता था। कृत्रिम बुद्धि का AI इस दुनिया में कोई नई बात नहीं है। उपयोग सीमित हैं लेकिन अब हमारे पास व्यवसाय, उद्योग, शासन, शिक्षा आदि के क्षेत्रों में दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों में इसका उपयोग हो रहा है। उसके बाद उन्होंने चैटजीपीटी पर विभिन्न क्षेत्रों में इसके उपयोग और इसका उपयोग करने और राजस्व उत्पन्न करने पर जोर दिया और कहा कि उपकरण आपके काम को आसान बना देगा। इन तकनीकों के प्रयोग से कार्यबल पर प्रभाव पड़ता है।
अंत में बीआईए के उपाध्यक्ष अरविंद सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन देकर सत्र का समापन किया। कई प्रतिभागी शारीरिक रूप से कार्यक्रम में उपस्थित थे और कई ज़ूम ऑनलाइन से वक्ताओं और प्रतिभागियों के माध्यम से जुड़े हुए थे।

Related posts

Leave a Comment