पटना : आने वाला समय डिजिटल मार्केटिंग का है। किसी भी उम्र के लोग डिजिटल मार्केटिंग सीख कर अच्छी कमाई कर सकते हैं। डिजिटल मार्केटिंग बिहार के लिए बेहतर स्टार्टअप साबित हो रहा है। उक्त बातें स्थानीय आईएमए हॉल में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि आईपीएस विकास वैभव ने कही। विदित हो कि ज़िनमैट द्वारा सोमवार को डिजिटल मार्केटिंग जागरूकता कार्यक्रम सह प्रथम वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि आईपीएस विकास वैभवए लेखक डॉ. अभिषेक श्रीवास्तवए प्रीती बालाए ज़िनमैट के फाउंडर मनीष रावत व अनुराग दाँगी ने संयुक्त रूप से किया। अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि आईपीएस विकास वैभव ने युवाओं को अपने ओजपूर्ण भाषण के जरिये प्रेरित करने के साथ . साथ उन्हें डिजिटल मार्केटिंग के महत्व को समझाया। वहीं कार्यक्रम में की नोट स्पीकर उद्यमी प्रीति बाला नें युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि आज नए दौर के शिक्षा के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना हीं होगा।
उन्होंने विशेषकर लड़कियों को डिजिटल मार्केटिंग के गुर सीखने के लिए आमंत्रित किया ताकि वे भी कंधे से कंधा मिलाकर देश के विकास में योगदान दे सके। दूसरे की नोट स्पीकर लेखक डॉ. अभिषेक श्रीवास्तव ने अपनी सफलता में डिजिटल मार्केटिंग एजुकेशन को एक अहम पहलू बताया। उन्होंने कहा कि आज के दौर में रेस में जीतने के लिए डिजिटल मार्केटिंग ईंधन का काम कर रही है। जब आज ज़िनमैट लोगों को मुफ्त डिजिटल मार्केटिंग की शिक्षा देने को प्रतिबद्ध है तो लोगों को बहाने बनाने से बचना चाहिए और इस नई शिक्षा को सीखकर खुद को सबल बनाना चाहिए। ज़िनमैट के फाउंडर मनीष रावत ने कहा कि इस मुहिम की शुरुआत इसलिए कि है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को मुफ़्त में डिजिटल मार्केटिंग की शिक्षा दे कर उन्हें आत्मनिर्भर बना सके।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रेरक वक्ता और ज़िनमैट के फाउंडर अनुराग दाँगी ने किया। वे आजतक 5 लाख से अधिक लोगों को ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में ट्रेनिंग दे चुके हैं और मानते हैं की डिजिटल मार्केटिंग की मदद न मिली होती तो जो भी वे कर पाए हैं उसकी कल्पना भी संभव नहीं है। इनके अतिरिक्त कार्यक्रम में 15 लोगों को डिजिटल मार्केटिंग योद्धा सम्मान से भी नवाजा गया। कंपनी के तरफ से कार्यक्रम के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका रणधीर रावत, बिट्टू राज, विनीत, विक्रम, सिद्धार्थ, प्रीति, रिम्मी, बबीता, और विदुषी ने निभाया।