पटना : शिवसेना बिहार क्रीड़ा के प्रदेश अध्यक्ष कुंदन सिंह यादव ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है की बिहार क्रिकेट संघ के कुकृत्यों के खिलाफ जल्दी ही शिवसेना कार्यवाही करने जा रही है जैसा कि लगातार बिहार क्रिकेट संघ अध्यक्ष राकेश तिवारी की अध्यक्षता में धांधली के मामले से जुड़े वीडियो और ऑडियो वायरल हो रहे हैं और इस पर बीसीसीआई की चुप्पी समझ के परे है ।
कई जिलों के खिलाड़ियो एवं वहां के पदाधिकारियों के द्वारा किये गए शिकायत के अनुसार बिहार क्रिकेट संघ में खिलाड़ियों का न तो कैंप कराया जा रहा है ना ही उचित चयन प्रक्रिया अपनाया जा रहा है बल्कि इसके उलट सिर्फ कागज पर खाना पूर्ति कर टीम की घोषणा की जा रही है, यहां तक कि चयनकर्ताओं की नियुक्ति भी आज करते हैं और दिनांक पिछले समय का देते हैं इस तरह खिलाड़ियों के भविष्या का लगातार हनन हो रहा है । कई महिला और पुरुष खिलाड़ियों ने आकर शिकायत किया है की जिला में हुए मैचों के प्रदर्शन को दरकिनार कर उन बच्चों का चयन हो रहा है जो या तो बाहर से पैसों के बल पे आयात किये गए हैं या उनके पिता आज बी सी ए के पदाधिकरी है और अपने पहुंच से बच्चों का चयन करा रहे है ।सबसे ज्यादा अश्चर्य इस बात पे होती है की राकेश तिवारी के इस कुकृत्य पे बी.सी .सी ई क्युँ चुपी साधे रहती है!
इन सब बिन्दुओ और बच्चों से मील रहे लगातार शिकयतों को देखते हुए शिवसेना की टीम इस पर संज्ञान लेते हुए उचित कार्यवाही करेगी और संघ के अध्यक्ष राकेश तिवारी एवं पैसों की उगाही और बच्चों के भविष्या को बर्बाद करने वालें लोगों को ये चेतावनी भी देते हैं की अगर उन्होंने अपना रवैया नहीं बदला तो बिहार के किसी भी कोने में बी सी सी आई द्वारा आयोजित डॉमेस्टिक मैचों का आयोजन नही करा पाएंगे। मैं शिवसेना के हजारो कार्यकर्त्ता एवं पीड़ित खिलाड़ियों को लेकर सभी मैच के आयोजन स्थल पर मैच का वहिष्कार करा दूंगा !चिंतनीय विषय ये है की संविधान के विरुद्ध राकेश तिवारी ने बीसीए में दो बार क्रिकेट संचालन के महत्वपूर्ण पद सचिव को बर्खास्त कर दिया है ।
जैसे ये बिहार की नहीं इनके पॉकेट की संस्था है। इतना ही नहीं बीसीसीआई से प्राप्त पैसों का बंदर बांट करते हैं, इनके चुनाव के एजेंट रहे नीरज राठोड को ये बी सी ए में जी ऍम बना कर और भी अपने निजी लोगो को पद दे कर बच्चों के क्रिकेट का सारा पैसा सिर्फ अपने लोगों को वेतन, में बंट देते है !जिसकी जाँच बी सी सी आई को स्वतंत्र एजेंसी से अविलम्ब कराना चाहिए ,वरना बिहार के बच्चों के हक़ एवं उनके भविष्या के लिए जरुरत हुयी तो शिवसेना मुंबई में आवस्तिथ बी सी सी आई के ऑफिस में भी धरना देगी